रोजेदार सबसे ज्यादा ईरानी और कीमिया नामक खजूर पसंद कर रहे हैं। विदेशों से आने वाले खजूर के अलावा मुंबई का ‘फर्द खजूर’ भी खूब पसंद किया जा रहा है।
इन दिनों बाजार में चारों तरफ खजूर-ही-खजूर दिखाई दे रहा है। दुकानों के साथ-साथ अब मॉल और बड़े शॉपिंग सेंटरों में भी तमाम किस्म के खजूर मिल रहे हैं। इसके अलावा पुराने शहर की सड़कों पर खजूर की दुकानें देखी जा सकती हैं।
आजकल ड्राई फ्रूट की दुकानों पर भी खजूर खरीदने वालों की जबर्दस्त भीड़ रहती है। दुकानदारों का कहना है कि आम दिनों से इन दिनों रोजेदारों की पसंदगी के चलते खजूर की बिक्री खूब बढ़ी हुई है।
चौक, ठाकुरगंज, ऐशबाग, नादान महल रोड, नक्खास समेत पुराने लखनऊ के अन्य क्षेत्रों में सालों से खजूर बेचने वाले दुकानदार बताते हैं कि रमजान में सबसे ज्यादा ईरानी और कीमिया खजूर बिक रहा है।
फल की दुकान लगाने वालों का कहना है कि रमजान में ड्राई फ्रूट की दुकान के अलावा फल की दुकान पर से भी खजूर खरीदे जाते हैं। इसलिए दो साल से वह फलों के साथ खजूर बेचते हैं। दिनभर में 15 से 20 खजूर के पैकेट आसानी से बिक जाते हैं।
पुराने लखनऊ के बड़े दुकानदार श्याम अग्रवाल का कहना है, “हमारे यहां खजूर इराक, ईरान, सऊदी अरब, कुवैत, मस्कट, मलेशिया, अफगानिस्तान, दुबई और पाकिस्तान से मंगाए जाते हैं। उनमें भी ईरानी, कीमिया, फर्द, हरमोनी, किंग, रेहान, ओमान अल फहद और जन्नतुल खजूरों में खास खजूर हैं।”
अन्य दुकानदारों का कहना है कि पिछले दो साल से मुंबई का फर्द खजूर रोजेदारों को खूब पसंद आ रहा है। फर्द और कीमिया खजूर के स्वाद में बहुत अंतर नहीं है। दोनों महंगे खजूर हैं, इसलिए इसके खास ग्राहक रहते हैं।