लखनऊ, 28 जून (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) के दौरान दो परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र भीगने के कारण अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया। दोनों केंद्रों पर दोबारा परीक्षा कराए जाने का आश्वासन मिलने पर वे शांत हुए। सीबीएसई ने इस मामले की जांच कराने की बात कही है।
लखनऊ, 28 जून (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) के दौरान दो परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र भीगने के कारण अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया। दोनों केंद्रों पर दोबारा परीक्षा कराए जाने का आश्वासन मिलने पर वे शांत हुए। सीबीएसई ने इस मामले की जांच कराने की बात कही है।
यूजीसी की नेट परीक्षा का आयोजन सीबीएसई करा रही है। परीक्षा के लिए लखनऊ में 37 केंद्र बनाए गए थे। इसी बीच गोमती नगर के स्टडी हल और इंदिरा नगर के एचएस मेमोरियल पब्लिक स्कूल में इस परीक्षा का सेकेंड पेपर काफी भीगा हुआ मिला। इस पर अभ्यर्थियों ने हंगामा कर दिया।
अभ्यर्थियों का आरोप है कि राजधानी के अन्य केंद्रों पर सही पेपर मिले तो सिर्फ दो केंद्रों पर पानी में भीगा पेपर क्यों दिया गया। उन्होंने पेपर लीकहोने की आशंका भी जताई।
हंगामे के बाद सीबीएसई के को-आर्डिनेटर जावेद आलम ने सेकेंड पेपर को स्थगित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस पेपर की परीक्षा दोबारा कराई जाएगी और इसकी तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी। इसके बाद इन दोनों केंद्रों पर अभ्यर्थियों ने तीसरे पेपर की परीक्षा दी।
जावेद आलम ने बताया कि परीक्षा के सभी प्रश्नपत्र कड़ी सुरक्षा में केंद्रों पर लाए जाते हैं। ऐसे में प्रश्नपत्र कैसे भीगे, इसकी जांच कराई जाएगी।
गौरतलब है कि पहले यूजीसी की नेट परीक्षा के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में वहां के विश्वविद्यालयों को नोडल संस्था बनाया जाता रहा है, लेकिन इस बार विश्वविद्यालयों से यह कार्यभार लेकर पूरी परीक्षा की जिम्मेदारी सीबीएसई को दे दिया गया।
उप्र में राजधानी लखनऊ के अलावा इलाहाबाद, आगरा, अलीगढ़, बरेली, गोरखपुर, कानपुर, मेरठ और वाराणसी में भी परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। लखनऊ में लगभग 21 हजार अभ्यर्थियों ने रविवार को यह परीक्षा दी।