शी 22 सितम्बर को अमेरिका के सिएटल पहुंचे थे, जहां उन्होंने चीन-अमेरिका गवर्नर्स फोरम में हिस्सा लिया और स्वागत भोज में चीन-अमेरिका संबंधों पर भाषण दिया।
उन्होंने चीन और अमेरिका के बीच संबंधों के नए मॉडल के ठोस प्रयासों का आह्वान करते हुए अपने भाषण में सुझाव दिया कि दोनों देशों को एक-दूसरे की रणनीतिक आकांक्षाओं को भलीभांति समझना चाहिए, दोनों पक्षों के लिए लाभप्रद सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए, मतभेदों से उचित रूप से निपटना चाहिए और दोनों पक्षों के लोगों के बीच मैत्रीपूर्ण भावों को बढ़ावा देना चाहिए।
उन्होंने दोनों देशों के उद्यमियों से भी बातचीत की और बोइंग कारखाने, माइक्रोसॉफ्ट के मुख्यालय और एक स्थानीय हाईस्कूल का दौरा किया।
शी 24 सितम्बर को वाशिंगटन पहुंचे, जहां उनकी अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ तीन घंटे तक अनौपचारिक बातचीत हुई।
शी की 25 सितम्बर को ओबामा के साथ औपचारिक वार्ता हुई। उसी दिन उनकी संवाददाताओं से भी बातचीत हुई और उन्होंने ‘स्टेट डिनर’ में भी हिस्सा लिया।
शी ने अपने स्वागत में अमेरिका की ओर से आयोजित समारोह में कहा कि चीन और अमेरिका के पास एक-दूसरे के लिए लाभप्रद सहयोग के अतिरिक्त अन्य कोई विकल्प नहीं है।
शी ने ओबामा के साथ वार्ता के दौरान चीन-अमेरिका संबंधों के विकास के लिए छह सूत्री प्रस्ताव भी पेश किया।
उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस नेताओं से भी मुलाकात की और उपराष्ट्रपति जो बाइडन और विदेश मंत्री जॉन केरी की ओर से आयोजित स्वागत भोज में भी हिस्सा लिया।
शी की इस यात्रा के अत्यंत सफल परिणाम रहे हैं।
शी अपनी अमेरिका यात्रा के समापन के बाद संयुक्त राष्ट्र सम्मेलनों में हिस्सा लेने के लिए 26 सितम्बर को न्यूयॉर्क पहुंचे।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा, संयुक्त राष्ट्र सतत विकास सम्मेलन, महिलाओं से संबंधित सम्मेलन, शांतिदूत सम्मेलन को संबोधित किया। चीन और संयुक्त राष्ट्र की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित दक्षिण-दक्षिण सहयोग गोलमेज वार्ता की अध्यक्षता की और जलवायु परिवर्तन पर अन्य नेताओं के साथ भोज पर चर्चा की।