नई दिल्ली, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को यहां कहा कि प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण के साथ भारत के पास सेवा क्षेत्र में एक वैश्विक केंद्र बनने की क्षमता है।
जेटली ने दिल्ली के प्रगति मैदान में सेवा क्षेत्र पर आयोजित दो दिवसीय प्रदर्शनी में कहा, “यह क्षेत्र हमारी प्रमुख ताकत है। हमारे पास सस्ती दरों पर सेवाएं मुहैया कराने की क्षमता है।”
उन्होंने कहा कि शिक्षा से स्वास्थ्य देखरेख और आईटी क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोजगार सृजन की क्षमता है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा इस दिशा में उचित कदम उठाने का आह्वान किया और कहा, “इन क्षेत्रों में काम किया जाना है।”
इससे पहले केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कहा कि सेवाएं प्रदान कराने में भारत एक वैश्विक अग्रणी देश है और पूरी क्षमता के साथ इसकी पहचान की पूर्ण संभावना को साकार किया जाना चाहिए।
इस दो दिवसीय समारोह का उद्घाटन गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
मोदी ने यहां ग्लोबल एग्जिबिशन ऑन सर्विसिस (जीईएस) के अपने उद्घाटन संबोधन में कहा था, “भारत में मानव संसाधन सबसे बड़ी शक्ति है।”
उन्होंने कहा था कि इससे पहले, ब्रेन ड्रेन (प्रतिभा पलायन) था। अब ब्रेन ड्रेन से ‘ब्रेन गेन’ हो गया है।
उन्होंने कहा था, “हमें कुछ लोगों द्वारा काम की तलाश में विदेश जाने पर चिंतित नहीं होना चाहिए। क्योंकि देश में अभी बहुत युवा प्रतिभा मौजूद है।”
मोदी ने कहा था, “आगामी दिनों में, भारत अधिक युवा होने जा रहा है। हमें अपनी विकास यात्रा के दौरान इस पहलू पर ध्यान केंद्रित करने की जरूत है।”