त्रिपोली से 150 किलोमीटर पूरब जिल्टन शहर के बाहरी इलाके में स्थित तट रक्षक शिविर पर गुरुवार को एक कार बम से हमला किया गया, जिसमें कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि सौ से अधिक लोग घायल हो गए।
एक आत्मघाती हमलावर ने ईंधन से भरे एक टैंकर में गुरुवार को उस जगह पर विस्फोट कर दिया, जहां 400 पुलिसकर्मी जमा थे।
अब तक किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी लेने का दावा नहीं किया है, लेकिन सोशल मीडिया पर कयास लगाए जा रहे हैं कि इस हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट (आईएस) का हाथ है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने इस घटना की शुक्रवार को कड़ी निंदा की। साथ ही उन्होंने लीबिया के तेल ठिकानों पर भी हमलों की निंदा की, जिसकी जिम्मेदारी लेने का दावा इस्लामिक स्टेट से निष्ठा जताने वाले एक समूह ने किया है।