नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने उत्तर प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि वह विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की उन सभी गतिविधियों पर लगाम लगाए, जिसका उद्देश्य अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करना है, जबकि यह मामला अभी न्यायालय के विचाराधीन है।
माकपा के मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ में प्रकाशित संपादकीय लेख के मुताबिक, “अयोध्या मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है और न्यायिक निर्देश के आधार पर लंबे समय से उस स्थल पर यथास्थिति बरकरार है, जहां पहले बाबरी मस्जिद थी।”
माकपा ने कहा, “मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों को इकट्ठा करना न्यायिक आदेश के उल्लंघन के रूप में देखा जाना चाहिए। ऐसी गतिविधियों से समाज में तनाव पैदा हो सकता है।”
पार्टी का मानना है कि बाबरी मस्जिद समर्थकों की भावनाओं का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।
लेख के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जिला अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
संपादकीय के मुताबिक, “यह पर्याप्त नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार को कोई भी गतिविधि जैसे पत्थरों को अयोध्या लाना जैसे काम पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश देना चाहिए, क्योंकि यह यथास्थिति का उल्लंघन करता है।”
बीते सप्ताह, मंदिर निर्माण के मकसद से इकट्ठा किए जा रहे पत्थरों की खेप के रूप में राजस्थान के भरतपुर से दो ट्रक तराशे हुए पत्थर अयोध्या लाए गए और शिलापूजन कराया गया।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की कार्यशालाओं में मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों को तराशने का काम पहले से किया जा रहा है।