नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के सभी सस्दयों ने मंगलवार दोहपर 12 बजे 1 मिनट का मौन रखकर देश के पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर शोक व्यक्त किया।
अपने शोक संदेश में आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. ए. मरतड पिल्लई और आईएमए के ऑनरेरी सेक्रेटरी पद्मश्री डॉ के.के. अग्रवाल ने कहा कि अगर सभी सर्वजनिक स्थानों और सर्वजनिक समारोहों पर ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर्ज लगाए जाएं तो यह डॉ. कलाम को सच्ची श्रद्धांजलि हो सकती है।
इन दिनों हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया आईएमए और दिल्ली रेडक्रॉस सोसायटी के साथ मिलकर दिल्ली पुलिस के 100 प्रतिशत पीसीआर वैन कर्मियों को हैंड्स ओनली जीवन रक्षक सीपीआर 10 तकनीक में प्रशिक्षित करने के लक्ष्य में जुटा हुआ है।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि सभी सर्वजनिक स्थानों और सर्वजनिक समारोहों पर तैनात स्टाफ को भी सीपीआर तकनीक आनी चाहिए। किसी के सामने होने वाला कार्डियक अरेस्ट एकांत में होने वाले कार्डियक अरेस्ट से अलग होता है। सर्वजनिक स्थल पर होने वाले कार्डियक अरेस्ट में जान बचने की संभावना काफी ज्यादा होती है, अगर पास खड़े लोगों में से कोई हैंड्स ओनली सीपीआर तकनीक के साथ तुरंत मरीज की मदद कर दे। अगर एईडी मशीन की मदद से बिजली के झटके दिए जाएं तो यह संभावना और भी बढ़ जाती है।
भारत में डॉयबिटीज, सड़क दुर्घटनाओं और डिमेंशिया से होने वाली कुल मौतों की संख्या के मुकाबले आक्समिक कार्डियक अरेस्ट से होने वाली मौतों की संख्या कई गुना ज्यादा है।