लखनऊ, 25 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता की तरह कार्य करने वाले निलंबित आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और उनकी सामाजिक कार्यकर्ता पत्नी डॉ. नूतन ठाकुर की जान को खतरा है या नहीं, इसकी जांच केंद्र सरकार की खुफिया एजेंसी (आईबी) ने शुरू कर दी है।
प्रदेश की सत्ता से टकराने वाले पुलिस अधिकारी ने कुछ दिनों पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारयों से मुलाकात कर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई थी।
समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर धमकाने का आरोप लगाने वाले निलंबित महानिरीक्षक (नागरिक सुरक्षा) अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ने अपनी जान को खतरा बताया था। अमिताभ ने 12 जुलाई को गृहमंत्रालय जाकर अपनी और अपनी पत्नी की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षा की मांग की थी।
नूतन ठाकुर ने बताया कि अमिताभ की अर्जी मंजूर करते हुए केंद्रीय खुफिया विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार देर रात उनसे मुलाकात की और खतरे की आशंका के मद्देनजर उनसे बातचीत की।
उन्होंने बताया, “विभिन्न प्रकार के सामाजिक कार्यो में लगे रहने के कारण यूं तो पहले से ही कुछ लोग हम दोनों से खार खाए रहते थे, लेकिन उप्र सरकार में मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ लोकायुक्त से शिकायत करने और इसी को लेकर मुलायम सिंह की ओर से धमकाए जाने के बाद हम पर खतरा काफी बढ़ गया है।”
डॉ. नूतन ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार जानबूझ कर उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने से इनकार कर रही है।