लखनऊ, 17 मार्च (आईएएनएस)। ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी की लखनऊ में गुरुवार को होने वाली रैली के लिए जिला प्रशासन से इजाजत नहीं मिलने के बाद उनकी पार्टी ने इसे राज्य की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार की ‘घबराहट’ का नतीजा बताया है।
एआईएमआईएम के प्रांतीय अध्यक्ष शौकत अली ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा रैली के लिए इजाजत नहीं दिए जाने के बाद ओवैसी का दो दिवसीय प्रदेश दौरा भी निरस्त हो गया है। सरकार की यह हरकत निंदनीय है।
उन्होंने कहा, “ओवैसी को न तो रैली करने की इजाजत है और न ही रोड शो करने की। ऐसे में उनके दौरे का कोई अर्थ नहीं था। ओवैसी को अपने दौरे के दौरान बाराबंकी, फैजाबाद और आजमगढ़ भी जाना था।”
अली ने आरोप लगाया कि सपा सरकार के पास ओवैसी का मुकाबला करने की हिम्मत नहीं है। उत्तर प्रदेश में आपातकाल लगा है। जनता से चुने गए एक सांसद और पार्टी अध्यक्ष को प्रदेश में आने से बार-बार रोका जा रहा है, लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है।
अली ने दावा किया कि इस सरकार ने पिछले चार साल के दौरान मुसलमानों से किए गए वादे पूरे नहीं किए हैं और सूबे में दलित तथा मुस्लिम वर्ग के लोग एआईएमआईएम के साथ आ रहे हैं, वहीं अति पिछड़े वर्ग के लोग भी बहुत तेजी से जुड़ रहे हैं। यही वजह है कि यह सरकार ओवैसी से घबराई है।
गौरतलब है कि हैदराबाद के सांसद ओवैसी का लखनऊ दौरा सुबह ही स्थगित हो गया था। ओवैसी को गुरुवार को दस बजे चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचना था। आज यहां दिन में रिफा-ए-आम क्लब में उनकी सभा आयोजित की गई थी। उनकी जनसभा को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
अपर जिलाधिकारी (पश्चिम) जयशंकर दुबे के मुताबिक, ओवैसी की रैली से लखनऊ में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका थी। इसके मद्देनजर रैली पर प्रतिबंध लगाया गया है। ओवैसी के शहर में आने-जाने पर प्रतिबंध नहीं है।
उन्होंने बताया कि प्रशासन ने ओवैसी को केवल सभा करने और यहां मार्च निकालने से मना किया है। दो दिन पूर्व ही उनकी पार्टी की ओर से रैली की अनुमति मांगी गई थी।