खास बात यह है कि एसपी (ट्रैफिक) खुद भी मेडिटेशन कर तनाव कम कर रहे हैं। उनका कहना है कि लगातार काम के दबाव में आकर ट्रैफिक कर्मी चिड़चिड़े होते जा रहे हैं। मेडिटेशन के जरिए उन्हें तनाव से राहत मिलेगी और लोगों के बीच वह अच्छा व्यवहार कर सकेंगे। कम संसाधन और कर्मियों की कमी के बीच राजधानी की यातायात का जिम्मा संभाल रही ट्रैफिक पुलिस अपने काम को और बेहतर तरीके से करने के लिए एक नई पहल की है।
एसपी ट्रैफिक हाजी हबीबुल हसन के नेतृत्व में उनकी टीम ने रविवार को हजरतगंज में मेडिटेशन किया। उनके साथ सीओ ट्रैफिक लाइन जफर खान, टीआई समेत कई टीएसआई भी साथ रहे।
उन्होंने बताया कि रविवार की कार्यशाला में 100 से ज्यादा ट्रैफिक पुलिसकर्मियों भाग लिया। समय समय पर ऐसी कार्यशाला करा कर ट्रैफिक पुलिसकर्मियांे का तनाव कम करने का प्रयास किया जाएगा।
एसपी (ट्रैफिक) ने बताया कि विभाग में कम संसाधन और सिपाहियों की बेहद कमी है। ऐसे में उनके पास जो भी कर्मी हैं उन पर अत्यधिक दबाव रहता है। इसके चलते कभी-कभी आम जनता से कर्मी बेरुखी से बात कर जाते हैं। यातायात व्यवस्था को सुधारने और लोगों से अच्छे तरीके से व्यवहार करने के लिए ट्रैफिक कर्मियों का तनाव से बचना जरूरी है। यही वजह है कि उन्हें मेडिटेशन कराया जाएगा, जिससे उनका तनाव दूर हो सके।