Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the js_composer domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
 उप्र : ट्रैफिक पुलिस ने लिया ‘मेडिटेशन’ का सहारा | dharmpath.com

Tuesday , 10 June 2025

ब्रेकिंग न्यूज़
Home » भारत » उप्र : ट्रैफिक पुलिस ने लिया ‘मेडिटेशन’ का सहारा

उप्र : ट्रैफिक पुलिस ने लिया ‘मेडिटेशन’ का सहारा

खास बात यह है कि एसपी (ट्रैफिक) खुद भी मेडिटेशन कर तनाव कम कर रहे हैं। उनका कहना है कि लगातार काम के दबाव में आकर ट्रैफिक कर्मी चिड़चिड़े होते जा रहे हैं। मेडिटेशन के जरिए उन्हें तनाव से राहत मिलेगी और लोगों के बीच वह अच्छा व्यवहार कर सकेंगे। कम संसाधन और कर्मियों की कमी के बीच राजधानी की यातायात का जिम्मा संभाल रही ट्रैफिक पुलिस अपने काम को और बेहतर तरीके से करने के लिए एक नई पहल की है।

एसपी ट्रैफिक हाजी हबीबुल हसन के नेतृत्व में उनकी टीम ने रविवार को हजरतगंज में मेडिटेशन किया। उनके साथ सीओ ट्रैफिक लाइन जफर खान, टीआई समेत कई टीएसआई भी साथ रहे।

उन्होंने बताया कि रविवार की कार्यशाला में 100 से ज्यादा ट्रैफिक पुलिसकर्मियों भाग लिया। समय समय पर ऐसी कार्यशाला करा कर ट्रैफिक पुलिसकर्मियांे का तनाव कम करने का प्रयास किया जाएगा।

एसपी (ट्रैफिक) ने बताया कि विभाग में कम संसाधन और सिपाहियों की बेहद कमी है। ऐसे में उनके पास जो भी कर्मी हैं उन पर अत्यधिक दबाव रहता है। इसके चलते कभी-कभी आम जनता से कर्मी बेरुखी से बात कर जाते हैं। यातायात व्यवस्था को सुधारने और लोगों से अच्छे तरीके से व्यवहार करने के लिए ट्रैफिक कर्मियों का तनाव से बचना जरूरी है। यही वजह है कि उन्हें मेडिटेशन कराया जाएगा, जिससे उनका तनाव दूर हो सके।

उप्र : ट्रैफिक पुलिस ने लिया ‘मेडिटेशन’ का सहारा Reviewed by on . खास बात यह है कि एसपी (ट्रैफिक) खुद भी मेडिटेशन कर तनाव कम कर रहे हैं। उनका कहना है कि लगातार काम के दबाव में आकर ट्रैफिक कर्मी चिड़चिड़े होते जा रहे हैं। मेडिट खास बात यह है कि एसपी (ट्रैफिक) खुद भी मेडिटेशन कर तनाव कम कर रहे हैं। उनका कहना है कि लगातार काम के दबाव में आकर ट्रैफिक कर्मी चिड़चिड़े होते जा रहे हैं। मेडिट Rating:
scroll to top