लखनऊ, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को राजधानी के सीजी सिटी में बनने वाले मेदांता अवध सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल की आधारशिला रखी। उम्मीद है कि यह अस्पताल एक साल में बन जाएगा। अखिलेश ने कहा कि मेदांता अस्पताल बन जाने के बाद लखनऊ के पास एम्स को टक्कर देने वाला एक निजी अस्पताल हो जाएगा।
महंगे निजी अस्पताल की बुनियाद रखे जाते समय सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और अमर सिंह भी मौजूद रहे। अखिलेश ने कहा कि मेदांता ने देश-दुनिया में नाम कमाया है। देश के अच्छे अस्पतालों में एम्स के बाद मेदांता का नाम आता है।
उन्होंने कहा कि लखनऊ चिकित्सा के क्षेत्र में सबसे बड़ी राजधानी होगी और मेदांता में गरीबों को भी अच्छे इलाज का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि लखनऊ में विकास की कई योजनाएं चल रही हैं। यहां जल्द स्टेडियम बनेगा।
सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, मेदांता अवध अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त विश्वस्तरीय चिकित्सा संस्थान होगा। इस अस्पताल में 20 से अधिक असाध्य रोगों का इलाज होगा।
कार्यक्रम के दौरान मुलायम सिंह ने कहा कि देश में उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य है और मेदांता का यहां आना प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है। मेदांता को उप्र में कोई असुविधा नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि उप्र सरकार सबसे अच्छा काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सपा सरकार जनता को काफी सुविधाएं दे रही हैं।
अमर सिंह ने कहा कि हिंदू हो या मुसलमान या किसी और जाति धर्म का, सबका खून एक जैसा होता है। डॉ. नरेश त्रेहन बिना किसी भेदभाव के सबका इलाज एक जैसा करते हैं।
मेदांता अस्पताल का निर्माण एक साल में पूरा होगा और सही मायनों इसे चालू होने में डेढ़ साल लगेगा। इसके जरिए करीब 25 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इसमें 800 डक्टर भी शामिल हैं। इसकी लागत एक हजार करोड़ रुपये होगी।
शहीद पथ पर अंसल सिटी में एक हजार एकड़ जमीन पर बनने वाले इस अस्पताल में 1000 बेड, 300 क्रिटिकल केयर बेड व 20 से अधिक विशिष्ट प्रकार के इलाज की व्यवस्था होगी।