यहां जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने अतिपिछड़ों से साथ छल किया है। सपा की नियत अतिपिछड़ी जातियों को सामाजिक व सम्मान देने की होती तो बहुत पहले इन्हें आरक्षण दिला दी होती।
उन्होंने कहा कि 10 वर्षों तक कांग्रेस सरकार को समर्थन देने वाले मुलायम सिंह यादव व मायावती अतिपिछड़ी जातियों को सिर्फ भ्रमित करते रहे हैं। सपा व बसपा ने निषाद मछुआरा समाज का परंपरागत पेशा छीनकर माफियाओं के हाथों निलाम कर पेशेवर जातियों का आर्थिक विकास अवरुद्ध कर दिया है।
निषाद ने कहा कि सपा व बसपा बात तो समाजवाद व सर्वजन की करती है, लेकिन असलियत में ये तुच्छ जातिवादी नीति के तहत कार्य करती है। उन्होंने कहा कि अतिपिछड़ी जातियां ही 2017 के विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाएंगी।
उन्होंने बताया कि बीती 19 अप्रैल को इलाहाबाद से शुरू निषाद जागरण रथ यात्रा भदोही, मिजार्पुर, सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, आजमगढ़, अंबेडकर नगर होते हुए फैजाबाद में प्रवेश कर चुकी है। इस रथ यात्रा को प्रदेश के 350 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में घुमाकर निषाद समाज को जागरूक व संगठित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों व निषाद, लोधी, कश्यप, बिंद, रायकवार बहुल जिलों में निषाद जागरण सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। रथ यात्रा का पहला चरण 25 जुलाई को पूरा होगा और दूसरा चरण चुनाव की घोषणा तक चलता रहेगा।