तिरुवनंतपुरम, 20 दिसम्बर (आईएएनएस)। कांग्रेस आलाकमान ने रविवार को दिल्ली में इस बात से साफ शब्दों में इनकार किया कि उसे केरल के गृह मंत्री रमेश चेन्नीथला का लिखा हुआ बताया जा रहा कोई पत्र मिला है। कहा जा रहा है कि इस पत्र में केरल में कांग्रेस के संगठन के कायाकल्प की मांग की गई है।
तिरुवनंतपुरम, 20 दिसम्बर (आईएएनएस)। कांग्रेस आलाकमान ने रविवार को दिल्ली में इस बात से साफ शब्दों में इनकार किया कि उसे केरल के गृह मंत्री रमेश चेन्नीथला का लिखा हुआ बताया जा रहा कोई पत्र मिला है। कहा जा रहा है कि इस पत्र में केरल में कांग्रेस के संगठन के कायाकल्प की मांग की गई है।
कांग्रेस महासचिव और केरल में पार्टी मामलों के प्रभारी मुकुल वासनिक ने एक बयान में कहा, “चेन्नीथला पहले ही साफ शब्दों में इस बात से इनकार कर चुके हैं कि उन्होंने ऐसा कोई पत्र लिखा है। अफसोस की बात है कि उनके इस बयान के बाद भी मीडिया के एक हिस्से में यह कहा जा रहा है कि पार्टी आलाकमान के निकट के सूत्रों ने बताया है कि आलाकमान को यह पत्र मिला है।”
वासनिक ने कहा, “मैं यह बात बिलकुल साफ कर देना चाहता हूं कि पार्टी आलाकमान को ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है जिसकी चर्चा मीडिया के एक हिस्से में हो रही है।”
मीडिया के एक हिस्से में प्रकाशित इस पत्र में चेन्नीथला को यह कहते हुए बताया गया है कि केरल में निकाय चुनाव में पार्टी की हार के बाद अब पार्टी में तत्काल कायाकल्प की जरूरत है।
चेन्नीथला के कुछ निकट सहयोगियों ने कहा कि अगर ऐसा कोई पत्र नहीं भेजा गया है तो भी जो बातें प्रकाशित हुई हैं, वे सही हैं।
पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने राज्य नेतृत्व से इस मामले की जांच करने को कहा है।
मुख्यमंत्री ओमान चांडी और उनके सहयोगियों ने इस मामले में चुप्पी साधी हुई है।
राज्य के वन एवं सिनेमा मंत्री टी. राधाकृष्णन ने कहा कि पत्र में जिस तरह की बातें कही गई हैं, केरल में स्थिति वैसी नहीं है।
चेन्नीथला की निगाह लंबे समय से मुख्यमंत्री पद पर है।
राज्य में छह महीने में चुनाव होने वाला है। चेन्नीथला के समर्थक निकाय चुनाव की हार के लिए मुख्यमंत्री चांडी को जिम्मेदार ठहराकर राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की कोशिश कर रहे हैं।