नई दिल्ली, 7 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद कीर्ति आजाद का पार्टी से पत्ता कटना तय लग रहा है, क्योंकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को जोर देते हुए कहा कि एक सदस्य होने के नाते उन्हें पार्टी को मुसीबत में डालने का कोई अधिकार नहीं है।
भाजपा की संसदीय समिति रविवार को उनसे मुलाकात कर सकती है, जिस दौरान उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी से निकालने का संभावना है।
भाजपा अनुशासन समिति के अध्यक्ष गणेशी लाल ने आईएएनएस को इशारों ही इशारों में कहा कि पार्टी में आजाद का भविष्य उज्जवल नहीं लग रहा।
लाल ने कहा, “वे (आजाद) पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी नहीं कर सकते। उन्होंने अति कर दिया है।”
लाल ने कहा कि यदि आजाद दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन में कथित भ्रष्टाचार को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ अभियान चलाना चाहते हैं, तो उन्हें पहले इस्तीफा देना चाहिए और तब अपनी बात कहनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “मेरे घर में रहकर मुझे गाली मत दो।”
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कीर्ति आजाद को निलंबित कर दिया है और उन्हें इस बात का जवाब देने के लिए कहा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए उन्हें पार्टी से क्यों नहीं निकाला जाए।
अपने जवाब में आजाद ने भाजपा के खिलाफ कुछ भी करने से इंकार किया और कहा कि वे दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में वर्षो से हो रहे भ्रष्टाचार की बातें करते रहे हैं।
लाल ने कहा, “कारण बताओ नोटिस पर हमें उनका जवाब मिला। हमने उन्हें अनुशासन बनाए रखने में विफल पाया।”
लाल ने हालांकि यह कहने से इंकार कर दिया कि क्या समिति ने आजाद को पार्टी से निष्कासित करने की सिफारिश की है।
भाजपा के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी, यशवंत सिन्हा तथा शांता कुमार आजाद के निलंबन से नाराज बताए जा रहे हैं।