कोलकाता, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। निर्माणाधीन विवेकानंद फ्लाईओवर, जिसका एक हिस्सा 31 मार्च को गिर गया था, उसे पूरी तरह ध्वस्त कर देना चाहिए और इसके गिरने के कारणों की जांच की जानी चाहिए। सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ कमलजीत सोई ने मंगलवार को यह बात कही।
सोई ने कहा कि भ्रष्टाचार और निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन न किया जाना फ्लाईओवर के निर्माण में ‘कमियों’ का कारण हो सकता है, जिसके कारण वह गिर गया और उत्तरी कोलकाता के पोस्ता इलाके में 26 लोगों की मौत हो गई और 90 से ज्यादा अन्य लोग घायल हो गए।
सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय की राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद के सदस्य सोई ने कहा, “जब भी हम किसी फ्लाईओवर का निर्माण करते हैं तब हम ढांचे की मजबूती की जांच करते हैं। शायद कंपनी ने सामान और मृदा परीक्षण नहीं कराया। मुझे लगता है कि मिट्टी की जांच नहीं की गई।”
सोई ने कहा, “फ्लाईओवर के शेष भाग को ध्वस्त कर दिया जाना चाहिए और इसके गिरने के कारणों की पर्याप्त जांच की जानी चाहिए।”