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क्या मप्र को मिलेगा कभी सूरमा गृह-मंत्री? पुलिस से हलकान है जनता

June 20, 2015 8:50 am by: Category: सम्पादकीय Comments Off on क्या मप्र को मिलेगा कभी सूरमा गृह-मंत्री? पुलिस से हलकान है जनता A+ / A-

11241616_380644018806976_181837868516427742_nमप्र की भाजपा सरकार एक अच्छागृह मंत्री देने में असफल रही है जनमानस को.वर्तमान में भोपाल से विधायक,बाबूलाल गौर गृह मंत्री हैं.लेकिन जनता आज भी पुलिस की तानाशाही ,मनमानी अपराधियों को संरक्षण देने में बदनाम है.भाजपा के कार्यकर्ता इस असंतोष को लेकर बलिस्ता रावत के नेतृत्व में प्रदर्शन पर बैठे.

प्रदर्शन तो होते रहते हैं लेकिन यह प्रदर्शन भाजपा सरकार की अक्षमता और जनता के प्रति जिम्मेदारी का रुख प्रदर्शित करती है.राम -राज्य की अवधारणा वाली यह सरकार रावणों के भरण-पोषण में लग गयी है.अपराधी निर्भीकता से अपराध कर रहे हैं.पुलिसकर्मी उनके साथ गलबहियां डाले घूमते नजर आते हैं.कोई बोले भी तो कैसे,किसे और कहाँ.गृहमंत्री की तानाशाही के सभी कार्यकर्ता परिचित हैं.

अब चाहे कोई भाजपा समर्थक हो या कांग्रेस का समर्थंक है तो नागरिक ही.वह भी राष्ट्र के उन्हीं नियमों का पालन करता है जो सभी करते हैं,उस समर्थक को भी उन्हीं कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है जो और भी लोग करते हैं लेकिन कार्यकर्ता का एक विश्वास होता है की उसकी बात सुनी जायेगी जब वाही नहीं होता तब असंतोष सामने आने लगता है.

चाहे सत्ता किसी भी दल की हो आखिर पुलिस व्यवस्था में क्या फर्क पड़ा? कुछ नहीं .थाने आज भी बिकते हैं,वसूली आज भी हो रही है,सट्टा,अवैध शराब आदि धंधे फल-फूल रहे है फिर किस बात का प्रशासन और किसी दल की सत्ता की तारीफ़ करे जनता.क्या फर्क पड़ गया सत्ता परिवर्तन से जब भाजपा सरकार एक अदद अच्छा गृह-मंत्री नहीं दे पायी जनता को.मप्र की भाजपा सरकार एक अच्छा गृह मंत्री नहीं दे पा रही है है तब बाकी विभागों का क्या हो रहा होगा समझना मुश्किल नहीं है.

भाजपा कार्यकर्ता जब आवाज उठाते हैं तब उन्हें समझाईश दी जाती है की अपनी सरकार है कुछ नहीं बोला और वह प्रताड़ित होता रहता है.भोपाल से वर्तमान सांसद आलोक संजर का फ़ोन थाना प्रभारी महत्वहीन समझते हैं.बाबूलाल गौर के पूर्व उमाशंकर गुप्ता गृह मंत्री थे लेकिन उनकी तानाशाही तो पुलिस -तंत्र से भी ज्यादा मशहूर थी.आखिर क्या हुआ है लोकप्रिय मुख्यमंत्री जी को की सुशासन को चलाने के लिए एक अदद गृह मंत्री जनता को नहीं दे पा रहे?

आखिर जनता को कब तक बेवकूफ बनाया जाता रहेगा.रोज आवाजें उठती हैं लेकिन इतनी ज्यादा आवाजें हैं की जनता की आदत बन गयी है,आखिर कौन सूरमा आएगा जो जनता को इस जलालत से मुक्ति दिलाएगा.जनता अपने बहुमूल्य वोटों से चुनती है विधायकों को लेकिन पद पर आने के बाद क्या यही करना चाहिए जो कर रहे हैं.हमारी कलम इन्तजार में है की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कम से कम एक ऐसा गृहमंत्री दें जो कार्यकर्ताओं और जनता को इस ताप से मुक्ति दिलवा सके.क्या है भाजपा के पास ऐसा सूरमा ?

अनिल सिंह 

क्या मप्र को मिलेगा कभी सूरमा गृह-मंत्री? पुलिस से हलकान है जनता Reviewed by on . मप्र की भाजपा सरकार एक अच्छागृह मंत्री देने में असफल रही है जनमानस को.वर्तमान में भोपाल से विधायक,बाबूलाल गौर गृह मंत्री हैं.लेकिन जनता आज भी पुलिस की तानाशाही मप्र की भाजपा सरकार एक अच्छागृह मंत्री देने में असफल रही है जनमानस को.वर्तमान में भोपाल से विधायक,बाबूलाल गौर गृह मंत्री हैं.लेकिन जनता आज भी पुलिस की तानाशाही Rating: 0
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