गुड़गांव, 17 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे स्थित खिड़की धौला टोल प्लाजा पर 10 से अधिक गांवों के लोगों ने उनके वाहनों पर पथकर मुक्त टैग लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
पुलिस ने बताया कि यह सुविधा टोल प्लाजा के नजदीक स्थित 31 गांवों के लोगों को उपलब्ध है।
सहरावन, नैनवाल, मोकलवास, बाघनकी, खिड़की और पचगांव दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर स्थित हैं और यहां के ग्रामीण अपनी मांग को लेकर टोल प्लाजा के पास इकट्ठे हुए और उन्होंने प्रदर्शन किया।
उन्हें टोल प्लाजा से हटाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल लगाया गया।
गांवों के सरपंच और अन्य प्रदर्शनकारी टोल प्लाजा से छूट के लिए उनके वाहनों में भी पथकर मुक्त टैग लगाने की मांग कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में 42 गांवों को इससे राहत मिली हुई है, लेकिन टैग कुछ चुनिंदा गांवों के लिए ही जारी किए गए हैं।
टोल प्लाजा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “हमने शुरुआत में दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे से लगे सिर्फ 31 गांवों को मंजूरी दी थी। पुलिस और स्थानीय प्रशासन के साथ विभिन्न मौकों पर टैग जारी करने पर बात हुई, लेकिन इन 10 गांवों पर कभी विचार नहीं किया गया।”
खिड़की धौला टोल प्लाजा के नजदीक 31 गांवों के निवासियों के निजी और व्यावसायिक वाहनों को पथकर मुक्त टैग की सुविधा दी गई है।
अधिकारी ने बताया कि 750 वाहनों के मालिक टैग के लिए टोल प्लाजा के ठेकेदार से पंजीकृत हैं।
उन्होंने कहा कि पंजीकरण की प्रक्रिया 21 जून से शुरू होगी और इसके बाद पंजीकृत वाहनों को टैग जारी किया जाएगा। कंपनी 257 रुपये पर टैग जारी करेगी।
अधिकारी ने कहा कि 21 जनवरी के बाद टैग पर शुल्क लिया जाएगा और 11 फरवरी से कोई टैग जारी नहीं होगा।
एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा से रियायत देने से संबंधित कंपनी मिलेनियम सिटी एक्सप्रेसवे प्राइवेट लिमिटेड (एमएसईपीएल) ने कहा कि औसतन प्रतिदिन 15,000 वाहन बिना पथकर दिए टोल प्लाजा से गुजरते हैं। प्लाजा से करीब 65,000 वाहन रोज गुजरते है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।