नेशनल डेवलपमेंट एंड रिफॉर्म कमीशन के प्रमुख शू शाओशी ने सालाना संसदीय सत्र के इतर मौके पर कहा, “मोटे तौर पर मैं चीन के श्रम बाजार को लेकर आशावान हूं।”
उन्होंने इस आशा के पांच कारण गिनाए।
पहला, कई कंपनियों ने काम के घंटे और वेतन में कटौती जैसे कदम उठाए हैं, ताकि छंटनी से बचा जा सके।
दूसरा, चीन की विकास दर कुछ कम हुई है, लेकिन इसका आर्थिक कुल (इकनॉमिक एग्रीगेट) बढ़ रहा है। जीडीपी में एक प्रतिशतांक वृद्धि का मतलब अब 16 लाख अतिरिक्त नौकरी है।
तीसरा, सेवा क्षेत्र का तेज विकास रोजगार सृजन का विश्वसनीय स्रोत है। 2015 में चीन की जीडीपी में सेवा क्षेत्र का 50.5 फीसदी योगदान रहा। पहली बार सेवा क्षेत्र का योगदान 50 फीसदी से बढ़ा है।
चौथा, नवाचार और उद्यमिता का चलन बढ़ने का मतलब है कि अब अधिकाधिक लोग अपना उद्यम शुरू कर रहे हैं। 2015 में 44 लाख नए उद्यम स्थापित हुए, जिसका मतलब है रोजाना 12 हजार उद्यम।
पांचवां, सोशल मोबिलिटी और सूचना के आदान प्रदान में तेजी से मनोनुकूल रोजगार ढूंढना अब पहले से अधिक आसान है।
चीन में कंपनियों में इन दिनों छंटनी की प्रवृत्ति देखी जा रही है। एक अनुमान के मुताबिक कोयला और इस्पात क्षेत्र से कुल 18 लाख कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है।