रायपुर, 17 मार्च (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ की बेटी अजिता पुरंग शाह द्वारा अमेरिका में मरणोपरांत देहदान से कई मरीजों की जीवन रक्षा किए जाने को देश और दुनिया के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बताया है।
मुख्यमंत्री ने इस बारे में गुरुवार को मिली जानकारी पर अपनी त्वरित प्रतिक्रिया में कहा कि अजिता ने अपने जीवन काल में ही मरणोपरांत शरीर दान की घोषणा कर दी थी। इससे यह पता चलता है कि उनके हृदय में मानवता की सेवा के लिए कितनी ललक थी।
डॉ. सिंह ने कहा मृत्यु के बाद भी अजिता के शरीर के विभिन्न अंगों से कई गंभीर मरीजों की जान बचाई जा सकी। मुख्यमंत्री ने अजिता की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया और उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की इस बेटी ने अपना भौतिक शरीर पीड़ित मानवता के कल्याण के लिए दान कर दिया।
ज्ञातव्य है कि छत्तीसगढ़ की इस्पात नगरी भिलाई के सेक्टर-9 और सेक्टर-10 के स्कूलों में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अजिता ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मुंबई से बीटेक (मेटलर्जी) में शिक्षा पूरी की और विवाह के बाद अपने परिवार के साथ अमेरिका के न्यू जर्सी में रहने लगी। वह एक कंपनी में काम कर रही थीं।
पिछले सप्ताह ब्रेन हेमरेज से वहां उनका निधन हुआ। इसके पहले ही उन्होंने गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की जीवन रक्षा के लिए अपने जीवन काल में मरणोपरांत देहदान की घोषणा कर दी थी। अजिता की मंशा के अनुरूप उनकी किडनी और लीवर का प्रत्यारोपण एक मरीज में सफलतापूर्वक किया गया।
इसी तरह जटिल बीमारियों से पीड़ित और भी कई मरीजों में उनके शरीर के विभिन्न अंग प्रत्यारोपित किए गए।