बलरामपुर, 23 जनवरी (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिला प्रशासन द्वारा शासकीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के उद्देश्य से प्रारंभ किए गए कॉसमॉस प्रोजेक्ट-छत्तीसगढ़ ऑनलाईन स्कूल मॉनिटरिंग सिस्टम को राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस के स्वर्ण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय ई-गवर्नेस पुरस्कार वितरण समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस द्वारा स्वर्ण पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के सभी स्कूली शिक्षण संस्थाओं में ऑनलाईन बायोमैट्रिक निगरानी प्रणाली स्थापित कर उच्च गुणवत्ता युक्त सेवा प्रदाय सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कॉसमॉस प्रोजेक्ट प्रारंभ किया गया है।
इस प्रणाली के द्वारा प्रत्येक शिक्षक की उपस्थिति स्कूल में लगाए गए बायोमैट्रिक डिवाईस पर दर्ज की जाती है एवं ऑनलाईन उपलब्ध रहती है। यहां तक कि शिक्षकों के अवकाश आवेदन व स्वीकृति एवं वेतन पत्रक को भी ऑनलाईन कर दिया गया है।
जिले के शून्य से 18 आयु वर्ग के सभी बच्चों को 16 अंकीय आईडी प्रदान कर उनकी प्रगति की निरंतर निगरानी एवं कमजोर बच्चों के लिए विशेष अभ्यास की व्यवस्था भी इस प्रणाली में की जा रही है।
इस प्रणाली के द्वारा प्रत्येक स्कूली कर्मचारियों की सेवा पुस्तिकाएं और विशेष आवश्यकता वाले बच्चांे व अति कुपोषित बच्चों की पहचान कर विशेष अभ्यास प्रारंभ किए जा रहा है। इस प्रणाली के माध्यम से जिले के शाला त्यागी बच्चे एवं जिले के बाहर पलायन करने वाले बच्चों को मुख्यधारा में लाने और उनकी प्रगति की नियमित निगरानी संभव हो सकी है।
भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग एवं इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए शासकीय संस्थाओं, शैक्षिक एवं अनुसंधान संस्थाओं, गैर सरकारी संगठनों आदि को कुल 12 श्रेणीयों में स्वर्ण और रजत वर्गों में पुरस्कृत किया जाता है।
इस वर्ष नागपुर, महाराष्ट्र में दिनांक 21 से 22 जनवरी को आयोजित राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन में कॉसमॉस प्रोजेक्ट को शासकीय प्रक्रियाओं की प्रगतिशील पुर्नर्निधारण के लिए स्वर्ण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
महाराष्ट्र राज्य के नागपुर में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में बलरामपुर कलेक्टर एलेक्स पॉल मेनन के साथ-साथ अपर कलेक्टर भगवान सिंह उईके, जिला शिक्षा अधिकारी एन. कुजूर, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास युसुफ लकड़ा, जिला मिशन समन्वयक संजय सिंह, पीएमआरडीएफ सुरोमणी बोरो के साथ शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित हुए।