रायपुर, 23 दिसम्बर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में खरीफ फसलों की कटाई के बाद किसान रबी फसलों की बोआई में तेजी से जुट गए हैं। राज्य शासन के कृषि विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य की तुलना में लगभग साठ प्रतिशत रकबे में किसानों ने विभिन्न रबी फसलों की बोनी पूरी कर ली है।
रायपुर, 23 दिसम्बर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में खरीफ फसलों की कटाई के बाद किसान रबी फसलों की बोआई में तेजी से जुट गए हैं। राज्य शासन के कृषि विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य की तुलना में लगभग साठ प्रतिशत रकबे में किसानों ने विभिन्न रबी फसलों की बोनी पूरी कर ली है।
विभाग द्वारा इस वर्ष 17 लाख हेक्टेयर में अनाज, दलहन, तिलहन और साग-सब्जी उगाने का कार्यक्रम बनाया गया है। वर्तमान में लगभग दस लाख हेक्टेयर में रबी फसलें बोई जा चुकी है।
कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि चालू रबी मौसम में तीन लाख 50 हजार हेक्टेयर में अनाज फसलें बोने की तैयारी की गयी है। वर्तमान में एक लाख 15 हजार हेक्टेयर में इन फसलों की बोआई पूरी हो चुकी है। दलहनी फसलों में चना, मटर, मसूर, मूंग, उड़द, तिवड़ा, कुल्थी सहित अन्य फसलों के लिए आठ लाख 75 हजार हेक्टेयर का रकबा निर्धारित किया गया है। किसानों ने लगभग छह लाख हेक्टेयर में दलहनी फसलों की बोनी पूरी कर ली है।
कृषि मंत्री ने बताया कि चालू रबी मौसम में अभी तक एक लाख 50 हजार हेक्टेयर में तिलहनी फसलें लगायी जा चुकी है। जबकि विभाग द्वारा दो लाख 75 हजार हेक्टेयर में तिलहनी फसलें बोने का कार्यक्रम बनाया गया है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में रबी मौसम के दौरान मुख्य रूप से अलसी, राई-सरसों, तोरिया, तिल, सूरजमुखी, कुसुम, मूंगफली आदि तिलहनी फसलें बोई जाती हैं।
कृषि मंत्री ने बताया कि इस मौसम में एक लाख 70 हजार हेक्टेयर में साग-सब्जी की बोआई करने की पूरी तैयारी विभाग द्वारा की गई है। अभी तक लगभग एक लाख हेक्टेयर में रबी मौसम की साग-सब्जियों की बोनी पूर्ण कर ली गयी है। उन्होंने बताया कि लगभग दस हजार हेक्टेयर में गन्ना भी लगाया जा चुका है।