फतेहगढ़ साहिब (पंजाब), 27 दिसम्बर (आईएएनएस)। यहां ‘शहीदी जोड़ मेला’ के दौरान रविवार को हुए राजनैतिक सम्मेलनों में पंजाब के राजनैतिक दलों ने एक-दूसरे को जमकर निशाने पर लिया। पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य के हालात पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप के दौर चले।
फतेहगढ़ साहिब (पंजाब), 27 दिसम्बर (आईएएनएस)। यहां ‘शहीदी जोड़ मेला’ के दौरान रविवार को हुए राजनैतिक सम्मेलनों में पंजाब के राजनैतिक दलों ने एक-दूसरे को जमकर निशाने पर लिया। पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य के हालात पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप के दौर चले।
सिखों के इस पवित्र शहर में धार्मिक समारोह के दौरान शिरोमणि अकाली दल, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और चरमपंथी रुझान वाले शिरोमणि अकाली दल-अमृतसर के राजनैतिक सम्मेलनों ने बता दिया कि सभी दल 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अभी से कमर कस रहे हैं।
सत्तारूढ़ अकाली दल ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर राज्य में अशांति फैलाने का आरोप लगाया।
अकाली दल के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा, “मैं आपको सावधान करना चाहता हूं कि अकाली दल और सिखों के खिलाफ कई षडयंत्र हो रहे हैं। कांग्रेस सिखों की सबसे बड़ी दुश्मन है। अकाली दल सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करता है। यह हमेशा सिखों के हितों की रक्षा के लिए खड़ा होता है।”
कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिह ने कहा, “पंजाब पूरी तरह से अव्यवस्था का शिकार है और इसके लिए सिर्फ अकाली दल और बादल परिवार जिम्मेदार हैं। कानून-व्यवस्था की स्थिति बदतर हो रही है, राज्य की वित्तीय स्थिति संकट में है। कांग्रेस इन्हें धूल चटाने के लिए तैयार है।”
आम आदमी पार्टी के नेता अकाली दल और कांग्रेस, दोनों पर बरसे। पार्टी सांसद भगवंत मान और पंजाब में पार्टी के नेता एस.एस. छोटेपुर ने कहा कि अकाली दल और कांग्रेस राजनैतिक नूराकुश्ती में लगे हुए हैं और इन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है।
शिरोमणि अकाली दल-अमृतसर के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान और अन्य नेताओं ने राज्य में हाल में पवित्र गुरु ग्रंथ की बेअदबी की घटनाओं पर काबू नहीं पाने के लिए और इन घटनाओं का विरोध करने वालों पर गोलियां चलाने के लिए अकाली दल को जिम्मेदार ठहराया।