मुंबई, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। ‘धौनी’, ‘बदलापुर’, ‘हंटर’ और ‘मांझी’ जैसी फिल्मों में अपने किरदार के लिए मशहूर अभिनेत्री राधिका आप्टे का मानना है कि बॉलीवुड में समय के साथ बदलाव आ रहा है, जिसकी एक पुरुष प्रधान उद्योग होने के कारण आलोचना की जाती रही है।
मुंबई, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। ‘धौनी’, ‘बदलापुर’, ‘हंटर’ और ‘मांझी’ जैसी फिल्मों में अपने किरदार के लिए मशहूर अभिनेत्री राधिका आप्टे का मानना है कि बॉलीवुड में समय के साथ बदलाव आ रहा है, जिसकी एक पुरुष प्रधान उद्योग होने के कारण आलोचना की जाती रही है।
अभिनेत्री ने आईएएनएस से कहा, “धारणा में धीरे-धीरे बदलाव आ रहा है। मुझे नहीं लगता कि बॉलीवुड अब भी पूरी तरह पुरुष प्रधान है। कई अच्छी और महिला-केंद्रित सफल फिल्में हैं, जिन्होंने हमारे लिए स्थितियों में कुछ हद तक बदलाव किया है। इसलिए हम समाज के तौर पर लिंग को कैसे लेते हैं हमारी इस सोच में बदलाव की जरूरत है।”
राधिका ने बेहद कुशलता से व्यावसायिक और गैर व्यावसायिक फिल्मों के बीच संतुलन बनाया है। हालांकि उनका मानना है कि उनके लिए दोनों में कोई फर्क नहीं है।
‘क्वीन’, ‘नीरजा’ और ‘मैरी कॉम’ जैसी महिला प्रधान फिल्मों ने क्या महिलाओं का सशक्तिकरण किया है? अभिनेत्री ने इस सवाल पर कहा, “बदलाव जरूर आया है। लेकिन यह बदलाव जिनता होना चाहिए था, उससे कम है। समाज में पहले की तुलना में महिलाओं के लिए स्वीकार्यता, समर्थन और सराहना बढ़ी है। लेकिन अब भी काफी कुछ बाकी है।”
राधिका की फिल्म ‘फोबिया’ 27 मई को रिलीज होगी।