सेंट पीटर्सबर्ग, 20 जून (आईएएनएस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग में अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था फोरम में अपने भाषण में कहा कि पश्चिमी प्रतिबंधों से रूस की अर्थव्यवस्था पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ा है।
उन्होंने शुक्रवार को कहा, “मैं यह बताना चाहता हूं कि पिछले साल के अंत में हमें चेतावनी दी गई और आप इसे भलीभांति जानते हैं कि गहरा संकट होने के आसार थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”
पुतिन ने कहा, “हमने स्थिति को स्थिर कर दिया है। पर्यावरण के नकारात्मक संकेतों को बाहर कर दिया है और अब हम कठिनाइयों के दौर से बाहर निकल रहे हैं।”
व्यापार अधिकारियों और ग्रीस के प्रधानमंत्री एलेक्सिस सिप्रस जैसे दोस्ताना विदेशी नेताओं को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा यूक्रेन की स्थिति के बाद रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों से रूस अलग-थलग नहीं पड़ा।
उन्होंने कहा, “मैं अपने सभी भागीदारों के प्रति आभार प्रकट करना चाहूंगा। वे राजनीतिक समस्याओं के बावजूद रूस में काम कर रहे हैं, अपनी पूंजी का निवेश कर रहे हैं, प्रौद्योगिकीयों में योगदान दे रहे हैं और नौकरियों का स़ृजन कर रहे हैं।”
ये पाबंदियां इस रूप में अच्छी रही कि इसने रूस को ढांचागत सुधारों में अधिक सुधार और आयात प्रतिस्थापनों के लिए नीति बनाने को प्रेरित किया।
दर्शकों के साथ बातचीत में पुतिन ने रूस और अमेरिका के बीच तनाव पर भी बात की।
एक प्रश्न पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि नए शीत युद्ध का खतरा अमेरिका द्वारा एंटी बैलिस्टिक मिसाइल यानी एबीएम को अस्वीकार करने के एकतरफा फैसले जैसी गतिविधियों से उपजा है। एबीएम संधि 1972 में पूर्व सोवियंत संघ के साथ की गई थी।