पटना, 8 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार का जनादेश अब चंद घंटों के बाद सामने होगा। बिहार में 272 महिलाओं सहित कुल 3,450 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला रविवार को हो जाएगा, जो 243 विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुका है और अब सबकी निगाहें चुनाव परिणाम पर टिकी हुई हैं।
बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों के लिए रविवार को मतों की गिनती आठ बजे शुरू हो गई और अनुमान है कि दोपहर तक अधिकांश सीटों के परिणाम आ जाएंगे।
हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी और लालू प्रसाद के दोनों बेटों की सीटों पर सबकी निगाहें टिकी हैं। इसके अलावा कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला 62,780 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद हैं।
पांच चरणों में हुए मतदान की शुरुआत 12 अक्टूबर को हुई थी और आखिरी चरण का मतदान पांच नवंबर को हुआ।
बिहार विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक 56.80 फीसदी मतदान हुआ, जिसमें 6.68 करोड़ लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बिहार में 272 महिलाओं सहित कुल 3,450 उम्मीदवारों की किस्मत 62,780 ईवीएम में बंद है।
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा और जद (यू) एक साथ मैदान में उतरी थी और बड़ी जीत दर्ज की थी।
इस चुनाव में कांग्रेस, जद (यू) और राजद साथ हैं। महागठबंधन के तहत राजद और जद (यू) 101-101 तथा कांग्रेस 41 सीटों पर, जबकि राजग की ओर से भाजपा ने 159, हम ने 21, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने 23, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने 40 सीटों पर प्रत्याशी मैदान में उतारे थे।