गुवाहाटी, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं की आजकल मानहानि होने लगी है। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली के बाद अब असम के पूर्व मंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने भी मानहानि का दाबा किया है।
शर्मा ने मंगलवार को कहा कि घोटालों में उनकी कथित संलिप्तता के आरोपों को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के खिलाफ 100 करोड़ रुपये की दीवानी मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
इससे पहले डीडीसीए घोटाले का आरोप लगाए जाने पर जेटली दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित आम आदमी पार्टी के छह नेताओं के खिलाफ 10 करोड़ रुपये की मांग करते हुए मानहानि का मुकदमा दायर कर चुके हैं।
असम के पूर्व मंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह गोगोई के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा भी दायर करेंगे।
उन्होंने कहा, “पिछले कुछ दिनों से गोगोई मेरे खिलाफ निराधार व झूठे आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि मैं शारदा घोटाला और लुई बर्जर घूसखोरी कांड में शामिल हूं। गोगोई ने हाल में मीडिया में यह भी कहा है कि मेरे खिलाफ कई आपराधिक मामले लंबित हैं।”
कभी गोगोई के निकट सहयोगी रहे शर्मा ने कहा, “मुझे लगता है कि इन सभी आरोपों पर मुझे चुप नहीं बैठना चाहिए। मैंने मुख्यमंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का फैसला लिया।”
असम में साल 2001 में कांग्रेस पार्टी के सत्ता में आने के बाद शर्मा कई मंत्रालयों का प्रभार संभाल चुके हैं। हालांकि बाद में उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया और पार्टी नेतृत्व में बदलाव की मांग करने वाले विधायकों के एक समूह का नेतृत्व कर किया।
शर्मा ने अगस्त में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। इसके बाद उनके नौ साथी भी राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस का साथ छोड़कर केंद्र की सत्ता में बैठी भाजपा की प्रतिष्ठा बढ़ा रहे हैं।