मल्टीडाइमेंशनल इंटीग्रेटेड स्टैबिलाइजेशन मिशन इन माली (एमआईएनयूएसएमए) के महासचिव के उपप्रतिनिधि कोएन डेविडसे ने हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा, “चीन की सैन्य टुकड़ियों ने व्यावसायिकता और दक्षता का उदाहरण स्थापित किया है और हमें उम्मीद है कि अन्य देश भी इसका पालन करेंगे।”
एमआईएनयूएसएमए के फोर्स कमांडर माइकल लोगेसगार्ड ने कहा, “मुझे पता है कि चीनी शांतिदूत अच्छा काम कर रहे हैं और उनका काम बेजोड़ है।” गौरतलब है कि 2012 में माली में सरकार के खिलाफ सैन्य उथल-पुथल और सशस्त्र हमलों से देश में हिंसा का माहौल बन गया था। हालांकि, जून 2015 में शांति समझौता होने के बाद किडाल जैसे कुछ उत्तरी शहर अभी भी मुख्य रूप से तोरेग जैसे विद्रोही समूह के नियंत्रण में हैं।
डेविडसे का कहना है कि चीन के इंजीनियर, चिकित्सा एवं सैन्य सुरक्षा इकाइयां ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर अच्छा काम किया है।