रियाद, 26 मार्च (आईएएनएस)। यमन में सऊदी अरब द्वारा शिया होती समूह के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान ‘अल-हज्म’ में जॉर्डन, सूडान, मोरक्को, मिस्र और पाकिस्तान ने सऊदी का सहयोग देने का ऐलान कर दिया है। सऊदी प्रेस एजेंसी ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
सऊदी अरब और खाड़ी क्षेत्र की सहयोगियों ने गुरुवार को यमन में शिया हौती समूह के लड़ाकों को घेरने के लिए यमन के दक्षिणी शहर अदन में हवाई हमलों सहित सैन्य अभियान शुरू कर दिया है।
खाड़ी देशों के प्रसारणकर्ता अल-अरबिया टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, यमन में विद्रोहियों के खिलाफ सऊदी अरब ने 100 लड़ाकू विमानव और 150,000 सैनिक तैनात किए हैं।
इस ताजा घटनाक्रम ने हौती आतंकवादियों को दक्षिण की ओर बढ़ने पर मजबूर कर दिया है। हौती समूह ने सितंबर में यमन की राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था और पिछले हफ्ते राष्ट्रपति अब्द रब्बू मंसूर के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित नए आवास की ओर बढ़ना शुरू कर दिया था और मध्य शहर तायज को भी अपने कब्जे में ले लिया था।
मीडिया में आई खबरों में हालांकि कहा जा रहा है कि पाकिस्तान अभी भी सऊदी अरब के आग्रह पर विचार कर रहा है। सऊदी ने पाकिस्तान से यमन में उसका साथ देने का आग्रह किया था।
इससे पहले सऊदी ने राजधानी सना में गुरुवार को लड़ाकू विमानों ने शिया हौती समूह के शिविरों पर हमले किए। लड़ाकू विमानों ने सना में वायुसेना के अल देलामी अड्डे पर हमला किया और नागरिक हवाईअड्डे के पास स्थित हवाईपट्टी ध्वस्त कर दी।
हौती राजनैतिक ब्यूरो के एक सदस्य मोहम्मद अल-बौखती ने बताया, “सऊदी हमला, यमनी लोगों के खिलाफ युद्ध का स्पष्ट संकेत है और हम उनसे लड़ेंगे।”
अल-बौखती ने कहा कि सऊदी अरब ने जो लड़ाई शुरू की है, उससे पूरे क्षेत्र में जंग तेज होगी और हौती समूह ‘आक्रामक लड़ाई’ के लिए तैयार है।