युद्धस्थल पर यह टैंक 60 किलोमीटर की गति से दौड़ सकता है। वहीं प्रदर्शनी में तोप 122 एमएम डी-30 हावीट्जर को भी शामिल किया गया है। यह 15 किलोमीटर के रेंज में दुश्मनों को नेस्तनाबूद कर सकता है। इस तोप का निर्माण सोवियत संघ में किया गया है। तोप में जिस गोले का इस्तेमाल किया जाता है, उसका वजन ही 21 किलो है।
युवा उत्सव में शामिल होने आए सेना के जवान राजपाल और नरेश यादव ने वीएनएस को बताया कि इस तरह के तोप का इस्तेमाल हर युद्ध में हुआ है। वहीं मीडियम टैंक आयुष्मान रेतीली और समतल दोनों स्थानों पर तेजी से चल सकती है। इसकी अधिकतम गति 60 किमी प्रति घंटे है। इस टैंक में चालक दल के तीन सदस्यों के बैठने की जगह होती है। सेना के जवानों ने बताया कि इस तरह के बाकी टैंकों का नामकरण भी इसी तरह रखते हैं, जिस तरह आयुष्मान रखा गया है।
स्वामी विवेकानंद की जयंती पर 12 जनवरी से नया रायपुर स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापार परिसर में युवा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसमें शामिल होने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से करीब साढ़े पांच हजार युवा रायपुर पहुंच चुके हैं। नया रायपुर के सेक्टर 29 में इनके ठहरने और भोजन की व्यवस्था की गई है।
युवा उत्सव में शामिल होने आए युवकों में सेना द्वारा प्रदर्शित शस्त्रों और जवानों के साथ सेल्फी लेने की होड़ भी मची हुई है। कहीं युवा टैंक तो कहीं तोप के साथ सेल्फी में मशगूल दिखे। युवा उत्सव में शामिल होने आए अशोक, शंभू, पुष्कर जैसे कई युवाओं ने इस तरह के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उनका कहना है कि इस तरह के आयोजन होने से अलग-अलग राज्यों की संस्कृति और लोककला से परिचित होने का अवसर मिलता है।
युवा उत्सव में शामिल होने आए राजस्थानी कलाकारों की बेमिसाल कलाकृतियां भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। संगमरमर से बनी आकर्षक कलाकृतियां और गुड्डे-गुड़ियों की मूर्ति कीमती होने के बाद भी लोगों को अपनी ओर खींच रही है।