कीव, 20 अप्रैल (आईएएनएस)। यूक्रेन की सेना ने रविवार को रूस समर्थक विद्रोहियों पर हमले का आरोप लगाया। यूक्रेनी सेना कहा कि रूस समर्थक विद्रोहियों ने मिसाइल लांचर सहित भारी हथियारों से इसकी चौकियों बमबारी की है, जो कि पिछली फरवरी को हुए मिंस्क शांति समझौते के अंतर्गत निषिद्ध है।
स्पेन की समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, विद्रोहियों ने बड़े मिसाइल लांचरों, भारी तोपों और 100 मिलीमीेटर की क्षमता वाले मोर्टारों का प्रयोग किया, जो कि सुरभा बलों के विभाजन संबधी समझौते के अनुसार हटा दिए जाने चाहिए।
ये हमले विद्रोहियों के मुख्य गढ़ दोनेत्स्क क्षेत्र सहित अवदिवका और शिरोकिनों में हुए। ये दोनों क्षेत्र अजोव सागर के पास यूक्रेनी सरकार के नियंत्रण वाले रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मरिउपोल शहर के पास हैं।
इसके अतरिक्त, लुगान्स्क क्षेत्र के पड़ोस के इलाकों में ग्रेड मिसाइल लांचर से यूक्रेनी सरकारी के ठिकानों पर हमले किए गए। हमलों में तीन सैनिक और दो नागरिक घायल हो गए, जिनमें से एक सैनिक की हालत बहुत गंभीर है।
बलों के विभाजन रेखा पर, खासतौर से दोनेत्स्क हवाई अड्डे और शिरोकिनो शहर के आसपास के इलाकों में दोनों पक्षों की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन के कारण हाल के दिनों में तनाव बढ़ा है।
पिछले सोमवार को यूक्रेन,रूस,फ्रांस और जर्मनी के विदेश मंत्री युद्ध क्षेत्र से टैंक, बंख्तरबंद वाहन, मोर्टार और 100 मिलीमीटर क्षमता वाले भारी हथियार हटाने पर सहमत हुए थे।
भारी हथियार हटाना, बेलारुस की राजधानी मिंस्क में हुई वार्ता के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको, रूसी राष्ट्रपति ब्लादमिर पुतिन, जर्मन चांसलर एंजेलिा मर्केल और फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रैंक्वा होलांद के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते का हिस्सा है।