नई दिल्ली, 27 दिसम्बर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लोगों से शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए ‘विकलांग’ के स्थान पर ‘दिव्यांग’ शब्द का प्रयोग करने का आग्रह किया।
वर्ष के अपने अंतिम ‘मन की बात’ कार्यक्रम में मोदी ने अहमदाबाद के एक दृष्टिहीन अध्यापक दिलीप चौहान का उदाहरण दिया, जो अपने स्कूल में ‘सुलभ भारत दिवस’ का आयोजन करते थे।
मोदी ने कहा, “अध्यापक ने उन्हें कॉल करके ‘सुलभ भारत अभियान’ के बारे में बताया।”
चौहान ने प्रधानमंत्री को बताया कि इस अभियान के दौरान 2,000 बच्चों को शारीरिक अक्षमता के बारे में बताया जाता था। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार शारीरिक रूप से अक्षम लोगों की मदद के लिए जागरूकता फैलाई जा सकती है।
प्रधानमंत्री ने ‘विकलांग’ शब्द की जगह ‘दिव्यांग’ शब्द की पैरवी करते हुए कहा, “हम अक्सर शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को विकलांग, अक्षम और अन्य नामों से बुलाते हैं, लेकिन उनसे मिलने पर कई बार हमें पता चलता है कि उनमें अद्भुत क्षमता है।”
मोदी ने कहा, “उनमें असाधारण क्षमता होती है। हम सामान्य लोगों में उनके जैसी क्षमता नहीं होती, इसलिए हमें उन्हें दिव्यांग कहना चाहिए।”