भोपाल, 9 जुलाई (आईएएनएस)। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने के फैसले के बाद उच्च न्यायालय जांच की निगरानी के लिए गठित एसआईटी का काम खत्म हो गया है। एसआईटी प्रमुख चंद्रेश भूषण ने कहा कि जब एसटीएफ मामले की जांच नहीं करेगा तो हमारे मॉनीटरिंग का सवाल नहीं।
व्यापमं की जांच सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सीबीआई को सौंपे जाने के बाद एसआईटी प्रमुख पूर्व न्यायाधीश चंद्रेश भूषण ने गुरुवार को संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा, “उच्च न्यायालय द्वारा व्यापमं की जांच कर रही एसटीएफ की मॉनीटरिंग के लिए एसआईटी का गठन किया था, जब मामले की एसटीएफ ही जांच नहीं करेगी तो हमारी मॉनीटरिंग का सवाल ही नहीं है।”
ज्ञात हो कि पीएमटी में फर्जी तरीके से छात्रों को पास कराने वाला गिरोह जुलाई 2013 में पकड़ा गया था। उसके बाद कई मामले उजागर हुए तो इसकी गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जांच का जिम्मा अगस्त 2013 एसटीएफ को सौंपा। फिर इस मामले को उच्च न्यायालय ने संज्ञान में लेते हुए पूर्व न्यायाधीश चंद्रेश भूषण की अध्यक्षता में अप्रैल 2014 में एसआईटी बनाई, जिसकी देखरेख में एसटीएफ जांच कर रही है।