नई दिल्ली/भोपाल, 6 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस ने सोमवार को व्यापमं जांच सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग दोहराई। पार्टी ने यह भी कहा कि निष्पक्ष जांच तभी संभव है, जब शिवराज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दें।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “मुख्यमंत्री व्यापमं घोटाले के सरगना हैं। इससे जुड़ी किसी भी तरह की जांच में उनसे अच्छी तरह से पूछताछ करने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा, “यह तभी संभव है, जब वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दें। इसलिए कांग्रेस यह मांग करती है कि वह तत्काल अपने पद से इस्तीफा दें और एक स्वतंत्र जांच के लिए खुद को प्रस्तुत करें।”
इसी तरह की मांग भोपाल में मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी की। कांग्रेस की राज्य इकाई ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर व्यापमं द्वारा कराई गई परीक्षाओं में अनियमितताओं और इस घोटाले से जुड़े हुए लोगों की संदिग्धावस्था में मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया।
चौहान को व्यापमं घोटाले का सरगना करार देते हुए कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अरुण यादव ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा, “व्यापमं घोटाले में मुख्यमंत्री चौहान और उनका परिवार लिप्त है। इस समय घोटाले की जांच उच्च न्यायालय के निर्देश पर गठित एसआईटी की देखरेख में एसटीएफ कर रही है और कांग्रेस को इस जांच पर भरोसा नहीं है। यह जांच पूरी तरह सरकार के इशारे पर हो रही है।”
मध्य प्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) राज्य में इंजीनियरिग, मेडिकल समेत कई अन्य विभाग की भर्तियों की परीक्षा आयोजित करता है। मामला इन परीक्षाओं में धांधली का है। इस मामले में अभी तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक टीवी पत्रकार भी शामिल है।
वहीं दिल्ली में सुरजेवाला ने कहा, “वित्त मंत्री अरुण जेटली रविवार को पत्रकार की मौत के साथ ही व्यापमं से जुड़ी तमाम मौतों की एक तटस्थ जांच की मांग कर चुके हैं। क्या चौहान अपनी सरकार की बात सुनने से इंकार कर रहे हैं?”
उन्होंने कहा, “क्या मुख्यमंत्री की यह विमुखता उनके तनाव को दर्शाती है और यह सच को दबाने तथा जांच को भटकाने का प्रयास है।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “चौहान देश को गुमराह कर रहे हैं और झूठ बोल रहे हैं। वह एक बार फिर देश को धोखा दे रहे हैं। मुख्यमंत्री साल 2009-2013 के दौरान इस भयावह घोटाले को क्यों नहीं रोक पाए?”
घोटाले की स्वतंत्र जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दाखिल करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, “शिवराज सिंह सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए और 48 मौतों की वजह बन चुके व्यापमं घोटाले की निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए।”
अरुण यादव ने भोपाल में कहा, “व्यापमं घोटाला महाघोटाला बन चुका है, इस मामले की जांच सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) या किसी स्वतंत्र एजेंसी के जरिए कराई जानी चाहिए। मुख्यमंत्री लगातार अपने को पाक साफ बताते हैं, अगर ऐसा है तो उन्हें स्वयं सीबीआई जांच के लिए पत्र लिखना चाहिए।”