इस्लामाबाद, 26 दिसम्बर (आईएएनएस)। पाकिस्तान में क्रिकेट से राजनीति में आए इमरान खान ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ व उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के बीच हुई मुलाकात को एक हित संघर्ष करार दिया है।
तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष ने इमरान ने यद्यपि ट्विटर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच संबंधों की पुन: शुरुआत का स्वागत किया, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि एक कारोबारी सहयोगी द्वारा कराई गई दोनों नेताओं की बैठक ने एक हित संघर्ष को रेखांकित किया है।
उन्होंने ट्वीट किया, “पाकिस्तान-भारत के संबंधों के बीच जमी बर्फ पिघलने का हम स्वागत करते हैं, लेकिन कारोबारी सहयोगी के माध्यम से दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच कराई गई बैठक से एक हित संघर्ष उभर कर सामने आया है।”
दोनों नेताओं के बीच इससे पहले की गुप्त बैठक का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “काठमांडू में दोनों प्रधानमंत्रियों की गुप्त बैठक के बाद लाहौर में बैठक हुई, जिसकी स्थिरता के लिए इसे विदेश मंत्रालय के माध्यम से अंजाम दिया जाना चाहिए था।”
खान ने कहा कि प्रधानमंत्रियों के बीच इस तरह की बैठक उस प्रक्रिया को कमजोर करती है, जिससे तनाव कम हो सकता है और इससे सवाल व हित संघर्ष सामने आता है।
इमरान की यह टिप्पणी मोदी द्वारा शुक्रवार को काबुल से नई दिल्ली लौटने के दौरान लाहौर के अचानक दौरे व शरीफ से मुलाकात के एक दिन बाद सामने आई है।
बीते एक दशक के दौरान ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान की धरती पर कदम रखा है, जिसके बारे में विश्लेषकों द्वारा कहा जा रहा है कि यह कदम तीन युद्ध लड़ चुके दो पड़ोसियों के बीच संबंधों को सामान्य करने की दिशा में है।