सरकारी समाचार एजेंसी एसएएनए की एक रपट के मुताबिक, विस्फोटकों से लदे वाहन में जल संसाधन विभाग की इमारत के सामने विस्फोट किया गया।
यह विस्फोट उस घटना के एक दिन बाद हुआ है, जिसमें दो आत्मघाती कार हमलावरों ने हसाकाह में सरकारी सैनिकों की एक चौकी व कुर्द सुरक्षाबलों की एक चौकी पर हमला कर दिया था, जिसमें 30 से अधिक लोग मारे गए थे जबकि 10 से अधिक लोग घायल हो गए थे। मृतकों में अधिकांश महिलाएं व बच्चे थे।
एसएएनए ने हमले के पीछे आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) का हाथ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि हाल के कुछ महीनों में आतंकवादी संगठन विस्फोटक लदे 50 से अधिक वाहनों को हसाकाह भेज चुका है।
सीरिया के विदेश मंत्रालय ने हमलों की निंदा करते हुए कहा कि आतंकवादी संगठन आत्मघाती हमलों से लोगों व बच्चों के जीवन को पंगु बना देना चाहता है।