ज्यूरिख, 6 जुलाई (आईएएनएस)। फुटबाल की विश्व नियामक संस्था फीफा के अध्यक्ष सेप ब्लाटर ने स्वीकार किया है कि उन्हें डर है कि स्विट्जरलैंड छोड़ते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि फीफा इस समय भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के घेरे में है तथा अमेरिकी जांच एजेंसी-फेडरल ब्यूरो इनवेस्टिगेशन (एफबीआई) फीफा में 1991 से अब तक हुए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहा है।
जांच के परिणामस्वरूप 14 लोगों को आरोपित किया जा चुका है, जिसमें फीफा के नौ अधिकारी शामिल हैं।
अमेरिका और स्विट्जरलैंड इसके अलावा फीफा विश्व कप-2018 और विश्व कप-2022 की मेजबानी हासिल करने प्रक्रिया में रिश्वत के लेन-देन और वित्तीय गड़बड़ियों की भी जांच कर रहे हैं।
फीफा विश्व कप-2018 की मेजबानी जहां रूस को मिली है, वहीं विश्व कप-2022 की मेजबानी कतर ने हासिल की।
ब्लाटर के खिलाफ किसी तरह के आरोप तो नहीं हैं, लेकिन वह भी अमेरिकी जांच के घेरे में हैं। लगातार पांचवें कार्यकाल के लिए फीफा का अध्यक्ष चुने जाने के दो दिन बाद ही दो जून को ब्लाटर ने अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी।
खुद को लगातार निर्दोष बताने के बावजूद ब्लाटर अमेरिकी अधिकारियों द्वारा गिरफ्तारी के डर से कनाडा में रविवार को हुए महिला विश्व कप के फाइनल मैच के दौरान अनुपस्थित रहे।
वेबसाइट ‘गोल डॉट कॉम’ ने ब्लाटर के हवाले से कहा है, “ऐसा इसलिए नहीं है क्योंकि अमेरिका के पास मेरे खिलाफ कोई ठोस सबूत है, बल्कि मेरी गिरफ्तारी से काफी हो-हल्ला मचेगा।”
ब्लाटर ने कहा कि उन्हें डर है कि लोग फीफा की छवि खराब करना चाहते हैं।
ब्लाटर ने कहा, “मुझे डर है कि कुछ लोग फीफा की छवि खराब करना चाहते हैं। डर सभी को होता है, जैसे मौत का डर, लेकिन फीफा के लिए मैंने जो कुछ किया उसे लेकर मुझे कोई डर नहीं है।”