बुडापेस्ट, 26 जुलाई (आईएएनएस)। एकमात्र फॉर्मूला-1 भारतीय टीम फोर्स इंडिया के लिए यह सप्ताहांत काफी निराशाजनक रहा, क्योंकि एफ-1 हंगरी ग्रांप्री. से उसकी दोनों कारें रविवार को रिटायर होकर बिना अंक लिए लौट आईं।
हंगरी ग्रांप्री. फेरारी के सेबास्टिन वेट्टल ने जीती।
फोर्स इंडिया के निको हल्केनबर्ग की कार 41वें लैप में दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा।
फोर्स इंडिया के ही सर्जियो पेरेज से भी 54वें लैप में टीम ने रिटायर होने के लिए कह दिया।
हल्केनबर्ग ने शुरुआत तो अच्छी की थी और वह रेस से अंक हासिल करते भी लग रहे थे, लेकिन तभी उनके कारण का फ्रंट विंग टूट गया और उनकी कार टायर बैरियर में जा टकराई।
बाद में पेरेज से भी ऐसी ही परिस्थिति में दुर्घटना से बचने के लिए रिटायर होने के लिए कह दिया गया।
फोर्स इंडिया ने ट्वीट किया, “निको की कार दुर्घटनाग्रस्त, रेस से बाहर हुए। शुक्र है कि वह ठीक हैं। निको के लिए रेस से इस तरह हटना वास्तव में शर्मनाक है, जबकि सातवें लैप तक शानदार गति में थे।”