सैन होजे, 28 सितम्बर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अमेरिका के ऊर्जा मंत्री अर्नेस्ट मोनिज तथा ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ एक बैठक की।
इस गोलमेज बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी ने ही की। बैठक में उन्होंने वर्ष 2022 तक 175 गीगावाट स्वच्छ ऊर्जा के लक्ष्य को प्राप्त करने की भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
बैठक में मोदी ने भारत सरकार की ओर से अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में उठाए गए कदमों का जिक्र किया और इस क्रम में कोच्चि हवाई अड्डे का उल्लेख किया, जो सौर ऊर्जा आधारित हवाई अड्डा बनने जा रहा है। उन्होंने गुजरात में नहर पर सौर पैनल लगाने की बात भी बताई।
उन्होंने कहा कि अगले महीने झारखंड के जनजातीय क्षेत्रों में एक जिला अदालत पूरी तरह सौर ऊर्जा पर आधारित होगी। उन्होंने कोयले के गैसीकरण को अनुसंधान का एक प्रमुख क्षेत्र बताया और अगले एक दशक में अक्षय ऊर्जा क्रांति का भरोसा जताया।
मोदी ने कहा कि स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में निवेश की व्यापक संभावनाएं हैं। उदाहरण के लिए रेलवे, जहां 100 प्रतिशत एफडीआई को मंजूरी दी गई है। सरकार विनियमन से जुड़े मुद्दों और बिजली वितरण कंपनियों की माली हालत दुरुस्त करने पर काम कर रही है।
इस बैठक में अमेरिका के पूर्व ऊर्जा मंत्री प्रोफेसर स्टीवन चू ने भी शिरकत की।
बैठक में सनएडिसन के सीईओ अहमद चेतीला, सॉफ्टबैंक के अध्यक्ष एवं सीओओ निकेश अरोड़ा, ब्लूम एनर्जी के सीईओ के.आर.श्रीधर, सोलाजाइम के सीईओ जोनाथन वोल्फसन, वेंचर कैपिटलिस्ट के जॉन डॉयर और डीबीएल पार्टनर्स के इरा एहरेनप्रीस सहित ऊर्जा क्षेत्र के शीर्ष मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और निवेशकों ने हिस्सा लिया।