संयुक्त राष्ट्र, 3 जून (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने इबोला की रोकथाम को लेकर हुई प्रगति की सराहना की है। बान ने साथ ही सतर्कता में चूक के कारण संभावित बाधा को लेकर भी आगाह किया है।
यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से सामने आई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, उन्होंने जनरल एसेंबली इनफॉर्मल प्लेनरी ऑन इबोला के दौरान मंगलवार को कहा, “हमने महामारी को नियंत्रण में लाने के लिए बड़ी सफलता अर्जित की है। लाइबेरिया में लगातार 42 दिनों तक इबोला का कोई मामला सामने न आने पर उसे नौ मई को इबोला मुक्त घोषित कर दिया गया।”
बान ने कहा, “यह उस बीमारी की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हौ, जिससे कभी पूरा विश्व बुरी तरह प्रभावित था। यह राष्ट्रीय नेतृत्व, अग्रसक्रिय देशों तथा समुदायों और लाइबेरिया के लोगों की एकजुटता के साथ अंतर्राष्ट्रीय समर्थन की शक्ति को साबित करता है।”
उन्होंने कहा, “मैं इस मील के पत्थर तक पहुंचने के लिए लाइबेरिया की प्रशंसा करता हूं, लेकिन हम इसका जश्न अभी नहीं मना सकते। क्षेत्र के किसी भी देश में जहां तक इबोला का प्रश्न है, सभी देश खतरे में हैं।”
बान ने समुदाय की भागीदारी और सक्रिय निगरानी को आवश्यक बताया, साथ ही उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि सतर्कता में चूक के कारण वायरस का प्रसार बढ़ सकता है।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा से इबोला की रोकथाम के प्रयास में राजनीतिक प्रभाव बरकरार रखने की अपील की।