पटना, 26 जून (आईएएनएस)। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी की पुस्तक ‘बीच समर में’ का लोकार्पण शुक्रवार को पटना के विद्यापति भवन में तीन केंद्रीय मंत्रियों की मौजूदगी में किया गया। इस पुस्तक में आपातकाल की घटनाएं लिपिबद्ध हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की हत्या हुई थी। उस समय देश में एक अहंकारी प्रधानमंत्री का राज था और भ्रष्टाचार चरम पर था। मंत्री ने कहा कि बिहार में भी आज वही स्थिति है, यहां कानून का राज खत्म हो गया है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उस दौर को याद करते हुए कहा, “मोदी ने आपातकाल की पीड़ा को सहा था। उस दौरान कमजोर पड़े लोकतंत्र को जेपी ने मजबूत किया था। जेपी ने उस समय लोगों को बताया था कि अब इस देश में कोई तानाशाह नहीं हो सकता।”
केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने आपातकाल लगाकर जो जख्म देशवासियों को दिए थे, उसके खिलाफ जेपी ने जोरदार आवाज बुलंद की थी।
राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित पुस्तक ‘बीच समर में’ के लेखक मोदी ने कहा कि उन्होंने आपातकाल के दौरान 19 महीने जेल में बिताए थे। इस दौरान लिखी डायरी को उन्होंने सहेजकर रखा था और अब उसे किताब का आकार दिया गया है।
उन्होंने कहा कि पुस्तक में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जीवन और उनकी यात्राओं, उस समय देश की स्थिति का भी वर्णन किया गया है। इस पुस्तक में जेल में मिली यातना से लेकर जेल से लिखे गए पत्रों का भी जिक्र है।
इस मौके पर कई कई दक्षिणपंथी साहित्यकारों सहित भाजपा के कई नेता भी उपस्थित थे।