टीकमगढ़, 7 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक पुलिस कांस्टेबल (आरक्षक) रमाकांत शर्मा का शव उनके सरकारी आवास पर फंदे से लटका पाया गया। पुलिस रमाकांत की मौत को व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाला मामले से जुड़ा मानने से इंकार कर रही है।
पुलिस के अनुसार, ओरछा थाने में पदस्थ रमाकांत का शव सोमवार को उनके सरकारी आवास पर पंखे के सहारे फांसी के फंदे से लटका पाया गया। पुलिस को रमाकांत के आवास से कोई सुसाइड भी नहीं मिला है।
बताया जा रहा है कि रमाकांत के परिजन रविवार शाम से उनके मोबाइल पर संपर्क कर रहे थे, लेकिन बात नहीं हो पा रही थी, जिसके बाद परिजनों ने थाना प्रभारी दिलीप यादव को फोन किया। यादव ने एक अन्य कांस्टेबल को शर्मा के घर भेजा तो उनका शव पंखे से लटकता मिला।
पुलिस अधीक्षक निमिश अग्रवाल ने मंगलवार को आईएएनएस को बताया, “रमाकांत का शव पंखे से लटका पाया गया। बताया जा रहा है कि रमाकांत को शराब की लत थी। कोई सुसाइड नोट पुलिस के हाथ नहीं लगा है। रमाकांत का व्यापमं मामले से कोई लेना देना नही है।”
ज्ञात हो कि राज्य में इन दिनों व्यापमं घोटाला सुर्खियों में है और इस मामले में अब तक 48 लोगों की मौत हो चुकी है। रमाकांत की मौत को भी इसी कांड से जोड़ कर देखा जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि रमाकांत से विशेष कार्य बल (एसटीएफ ) ने पूछताछ की थी। पुलिस अधीक्षक अग्रवाल ने हालांकि इस बात से इंकार किया कि कांस्टेबल रमाकांत शर्मा की मौत का व्यापमं घोटाला से कोई संबंध है।