भोपाल, 27 सितम्बर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान मध्य प्रदेश में शिक्षकों की हड़ताल को लेकर दिए गए विवादित बयान से पलट गए हैं। उन्होंने अध्यापकों को ‘चने फुटेना’ खाने वाला कहा था। उन्होंने अब अपनी सफाई में कहा है कि उन्होंने कांग्रेस काल में शिक्षकों को मिलने वाले वेतन के बाबत यह बात कही थी।
उल्लेखनीय है कि इन दिनों राज्य के अध्यापक शिक्षा विभाग में संविलियन (शामिल करने) और समान कार्य समान वेतन की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। वर्तमान में अध्यापक नगरीय निकाय और पंचायतों के अधीन आते हैं। अध्यापक अपने को शिक्षा विभाग के अधीन लाने की मांग पर अड़े हैं। जबलपुर उच्च न्यायालय भी इस हड़ताल को ‘असंवैधानिक’ करार दे चुका है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार ने शनिवार को कहा था कि ‘चना फुटेना’ खाने वाले शिक्षकों को पांच सौ रुपये मिलते थे लेकिन अब उन्हें 15-20 हजार रुपये मिलने लगे हैं, इसके बावजूद उनका पेट नहीं भर रहा है।
इस बयान के तूल पकड़ने की वजह से उन्हें रविवार को सफाई देनी पड़ी।
उनका कहना है कि उन्होंने कांग्रेस और दिग्विजय िंसंह के शासनकाल में शिक्षकों को मिलने वाले वेतन की चर्चा की थी। तब 500 रुपये मिलते थे और अब 15 से 20 हजार रुपये मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षकों के मान सम्मान का पूरा ख्याल रखा है।