रूस के उच्च सदन फेडरेशन काउंसिल द्वारा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को विदेश में सैन्य टुकड़ी भेजने की मंजूरी मिलने के बाद रूस ने बुधवार को सीरिया में आतंकवादी समूहों के खिलाफ हमले शुरू कर दिए।
इससे पहले पुतिन ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात की थी। मतभेदों के बावजूद दोनों पक्षों ने 90 मिनट की वार्ता के दौरान सीरिया संकट को सुलझाने के लिए सहयोग जारी रखने पर सहमति जताई।
अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना सीरिया में आतंकवादियों के ठिकानों पर हमलों को अंजाम दे रही है, जिसे अक्षम बताते हुए रूस ने उसकी आलोचना की थी।
रूस ने जोर दिया है कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद सहित सीरिया में हालात को स्थिर करने के इच्छुक सभी सुरक्षाबलों को अभियान में हिस्सा लेना चाहिए, जबकि वाशिंगटन व उसके सहयोगी उन्हें सत्ता से उखाड़ फेंकना चाहते हैं। हाल के दिनों में वाशिंटन ने अपनी इस मांग पर आवाज को धीमा किया है।