तेहरान, 5 नवंबर (आईएएनएस)। ईरान वासियों ने बुधवार को तेहरान में ईरानी विद्यार्थियों के समूह द्वारा अमेरिका के दूतावास को अपने नियंत्रण में लेने की 36वीं सालगिरह के मौके पर एक रैली निकाली।
इस क्रम में प्रदर्शनकारी तेहरान के मध्य स्थित पूर्व अमेरिकी दूतावास के सामने एकत्रित हुए। इस दूतावास को अब ‘जासूसी की मांद’ कहा जाता है।
प्रदर्शकारी हाथ में अमेरिका की भर्त्सना के सूचक झंडे और बैनर लिए हुए थे। उन्होंने इस्लामी क्रांति के दिवंगत संस्थापक अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी के उदाहरण का अनुसरण करने का संकल्प लिया, जिन्होंने 1980 में अमेरिकी दूतावास पर ईरानियों के नियंत्रण का समर्थन किया था।
उल्लेखनीय है कि 1979 में ईरानी विद्यार्थियों के एक समूह ने देश में स्थित अमेरिकी दूतावास को अपने नियंत्रण ले लिया था और 60 अमेरिकी राजनयिकों को बंधक बना लिया था। इस घटना के बाद सात अप्रैल, 1980 को अमेरिका के ईरान से राजनयिक संबंध विच्छेद हो गए। उन 60 राजनयिकों में से 52 को 444 दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया था।
ईरान के महाभियोजक सैयद इब्राहिम रईसी ने पूर्व अमेरिकी दूतावास के बाहर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि ईरानी विद्यार्थियों द्वारा 36 साल पहले उठाए गए उस कदम ने देश पर अपना प्रभाव बढ़ाने की अमेरिका की कोशिशों को रोका था।