कोलकाता, 22 दिसम्बर (आईएएनएस)। हाल ही में संपन्न हुए इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के दूसरे सत्र लीग को चेन्नइयन एफसी के रूप में नया चैम्पियन मिला और आईएसएल के दूसरे संस्करण के बेहद सफल आयोजन के साथ भारत ने विश्व फुटबाल में धीमी ही सही लेकिन सधे कदमों से आगे कदम बढ़ा दिए हैं।
कोलकाता, 22 दिसम्बर (आईएएनएस)। हाल ही में संपन्न हुए इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के दूसरे सत्र लीग को चेन्नइयन एफसी के रूप में नया चैम्पियन मिला और आईएसएल के दूसरे संस्करण के बेहद सफल आयोजन के साथ भारत ने विश्व फुटबाल में धीमी ही सही लेकिन सधे कदमों से आगे कदम बढ़ा दिए हैं।
लीग में जिस तरह का तेज-तर्रार खेल देखने को मिला और जितने शानदार गोल हुए वह विश्व की किसी बी-लीग से कम नहीं थे। चेन्नइयन और एफसी गोवा के बीच रविवार को हुआ लीग का फाइनल मुकाबला भी काफी रोमांचक रहा।
विश्व कप विजेता रहे इटली के मार्को मातेराजी और ब्राजील के रोबोटरे कार्लोस का राणनीतिकारों के तौर पर क्लब के साथ जुड़ना भी भारत के लिए काफी असरदार साबित हुआ।
मातेराजी ने आईएसएल को सफल बताते हुए कहा, “यह पिछले साल से काफी बड़े स्तर का और बेहतर रहा। आईएसएल को इसी तरह आगे बढ़ते रहना चाहिए ताकि यह भारतीय फुटबाल को आगे ले जाने में मदद कर सके।”
अग्रणी ब्राजीलियाई क्लब कोरिंथियंस के लिए खेलने वाले स्टीवन मेंडोजा आईएसएल में चेन्नइयन की तरफ से खेले। उन्होंने फाइनल सहित कुल 13 गोल कर गोल्डन बूट का अवॉर्ड अपने नाम किया।
लीग में एक और विदेशी खिलाड़ी ने शानदार खेल दिखाया। पूर्व चैम्पियन एटलेटिको डी कोलकाता के ईयान हुमे ने अपने शानदार खेल से क्लब को सेमीफाइनल तक पहुंचाया। वह मेंडोजा से दो गोल पीछे रहे। उन्होंने लीग में 11 गोल अपने नाम किए।
हुमे ने यहां संवाददाताओं से कहा, “खिलाड़ी यहां इसलिए खेल रहे हैं क्योंकि उन्हें खुद को साबित करना है। ऐसा नहीं है कि यहां जो भी खिलाड़ी खेल रहे हैं वह अपने करियर की ऊंचाई पर हैं। मैं यहां इसलिए खेल रहा हूं क्योंकि मुझे खुद को साबित करना है।”
लीग में एफसी गोवा के ब्राजीलियाई स्ट्राइकर रेनाल्डो ओलीविएरा और मुंबई सिटी एफसी के लिए खेलने वाले भारतीय कप्तान सुनिल छेत्री ने सात-सात गोल किए।
गोलकीपर की बात करें तो नॉर्थईस्ट युनाईटेड एफसी के रेहनेश टीपी ने 45 गोल बचाए, जबकि दिल्ली डायनामोज के स्पेनिश गोलकीपर एंटोनियो डोब्लास ने भी 45 गोल बचाए। वह रेहनेश के बाद दूसरे स्थान पर रहे। मुंबई के सुब्रत पॉल और एटलेटिको के अमिरंदर सिंह ने 40 सेव किए।
29 अक्टूबर को एटलेटिको के खिलाफ मैच जीतने के बाद डोब्लास ने कहा था, “गोलकीपर को हमेशा शांत रहना चाहिए ताकि जब भी खिलाड़ी मेरी तरफ आएं तो मैं एकाग्र रह सकूं।”
लीग में डीफेंडरों ने स्ट्राइकरों को 3505 बार बाधित किया। इसमें केरला ब्लास्टर्स के मिडफील्डर महताब हुसैन सबसे आगे रहे। उन्होंने 69 बार स्ट्राइकरों को बाधित किया। उनके बाद 67 बार स्ट्राइकरों को रोकने वाले चेन्नइयन के थोई सिंह रहे।
आईएसएल के इस सत्र में कुल 186 गोल हुए जिससें सबसे ज्यादा 32 गोल एफसी गोवा ने किए, जबकि चैम्पियन चेन्नइयन 29 गोल के साथ दूसरे स्थान पर रहे। 28 गोल कर एटलेटिको तीसरे स्थान पर रही।
इस सत्र में आठ खिलाड़ियों को रेड कार्ड थमाए गए जबकि 250 बार खिलाड़ियों को येलो कार्ड दिखाया गया।
कुल पास की बात करें तो लीग में कुल 45,451 पास दिए गए जिनमें से 75 प्रतिशत पास सटीक रहे। 1526 बार गोल करने का प्रयास किया गया जबकि 2016 क्रॉस पास दिए गए।