चेन्नई, 22 दिसम्बर (आईएएनएस)। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने मंगलवार को कहा कि बाढ़ राहत कार्यो के लिए राज्य को 25,912 करोड़ रुपये चाहिए।
मोदी को भेजे एक पत्र में जयललिता ने 2,000 करोड़ रुपये अविलंब जारी करने का आग्रह करते हुए कहा कि पूरक ज्ञापन में दिसंबर के प्रथम सप्ताह में आई बाढ़ से हुए नुकसान का उल्लेख है।
पत्र की सामग्री संवाददाताओं को भी जारी की गई।
उन्होंने कहा, “तमिलनाडु को बेहतर स्थिति बहाल करने के लिए तत्काल 17,431.51 करोड़ रुपये चाहिए।”
पहले मांगे गए 8,481 करोड़ रुपये को मिलाकर राज्य सरकार ने केंद्रीय कोष से कुल करीब 25,912 करोड़ रुपये मांगे हैं।
जयललिता ने कहा कि 14वें वित्त आयोग की सिफारिश के बाद राज्य की कर से होने वाली आय घट गई है और सामान्य स्थिति बहाल करने में भारी-भरकम खर्च आएगा, जिसे वहना कर पाना राज्य के लिए कठिन है।
मुख्यमंत्री ने मोदी से आग्रह किया कि वह गृह मंत्रालय तथा अन्य संबंधित मंत्रालयों को दो ज्ञापन को स्वीकार करने के लिए कहें। उन्होंने साथ ही मोदी को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल से तत्काल 2,000 करोड़ रुपये जारी किए जाने के लिए भी आग्रह किया।
गत करीब एक सदी में हुई सर्वाधिक बारिश के बाद दिसंबर के प्रथम सप्ताह में चेन्नई और आसपास के कांचीपुरम, कुड्डालोर तथा तिरुवल्लुर जिलों में भीषण बाढ़ आ गई, जिसमें करीब 390 लोगों की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री ने 23 नवंबर को मोदी को एक ज्ञापन भेजकर 8,481 करोड़ रुपये की सहायता करने तथा 2,000 करोड़ रुपये अविलंब जारी करने का आग्रह किया था।
मोदी के हाल के दौरे के समय उन्होंने 1,000 करोड़ रुपये की राहत की घोषणा की। यह इससे पहले घोषित 940 करोड़ रुपये से अलग था।
जयललिता ने कहा कि 940 करोड़ रुपये में से 133.79 करोड़ रुपये राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) के लिए 2014-15 के बकाए के रूप में था और 254.62 करोड़ रुपये वर्तमान वित्त वर्ष के लिए एसडीआरएफ की दूसरी किश्त थी।
उन्होंने कहा, “552 करोड़ रुपये की सहायता विशेष योजनाओं के लिए थी, जिसका उपयोग तात्कालिक राहत कार्य के लिए नहीं हो सकता है।”