फेंगताई, फैंगशान, तोंगझू तथा डेशिंग जिला साल 2016 में छोटी व प्रदूषण फैलानेवाली 2,500 कंपनियों को बंद करेगा, जबकि पूरे बीजिंग में यह काम 2017 तक पूर्ण होगा।
हाल के वर्षो में संरचनात्मक समायोजन से बीजिंग में अधिक प्रदूषण फैलाने वाले और ज्यादा ऊर्जा की खपत करने वाली कंपनियों की संख्या में कमी आई है।
एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि प्रदूषण के छोटे स्रोत जैसे रेस्तरां, होटल, गैरेज व स्नानघरों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
उप महापौर ली शिशियांग ने प्रदूषण के छोटे स्रोतों को बंद करने में सुरक्षा, जोखिम आकलन व व्यापक कानून लागू करने का आदेश दिया।
दरअसल, बीजिंग का मूल उद्देश्य छह जिला शहरों में दो वर्षो में कोयले का इस्तेमाल बंद करना व पांच वर्षो में छह लाख परिवारों द्वारा कोयले के इस्तेमाल को बंद कर स्वच्छ ऊर्जा अपनाना है।
बीजिंग द्वारा वायु प्रदूषण रोकने के प्रयासों के बावजूद साल 2015 में औसत पीएम 2.5 80.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जो राष्ट्रीय मानक से 1.3 गुना अधिक है।