मर्केल ने क्रिस्टिन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) की क्षेत्रीय बैठक के दौरान कहा कि यह बताना जरूरी है कि पिछले साल जिन लोगों ने जर्मनी में शरण ली हैं, उन्हें सिर्फ अस्थाई सुरक्षा दर्जा ही दिया गया है। मर्केल को अपनी शरणार्थी नीति की वजह से आलोचनाओं का भी सामाना करना पड़ा है।
मर्केल ने इस बैठक में कहा, “हमें उम्मीद है कि एक बार सीरिया में शांति की बहाली होने और इराक में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खात्मे के बाद आप लोगों को अपने देश लौटना होगा।”