लुधियाना, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। पंजाब में यहां सोमवार को दो अज्ञात हमलावरों ने नामधारी संप्रदाय के पूर्व प्रमुख की बेवा व वर्तमान प्रमुख के रिश्तेदार की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी।
चांद कौर नामधारी (88) को मोटरसाइकिल सवार दो हमलावरों ने संप्रदाय के मुख्यालय, बाहिनी साहिब गुरुद्वारे के पास नजदीक से उनपर गोलियां चलाईं।
इसके बाद उन्हें एक नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बाहिनी साहिब के प्रवक्ता लखवीर सिंह ने कहा कि एक गोली उनके सिर में जबकि दूसरी गोली पेट में लगी।
चांद कौर नामधारी संप्रदाय के प्रमुख दिवंगत जगजीत सिंह की बेवा तथा नामधारी संप्रदाय के वर्तमान प्रमुख उदय सिंह की चाची थीं। घटना के तुरंत बाद उन्हें अपोलो अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करने के बाद हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है।
लुधियाना के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मीडिया से कहा, “हम मामले की जांच कर रहे हैं। हमलावरों को पकड़ने के लिए पुलिस दल का गठन किया है।”
इस बीच, कौर पर जानलेवा हमले की खबर सुनने के बाद भारी संख्या में संप्रदाय के उपासक गुरुद्वारे के बाहर इकट्ठा हो गए।
कौर यहां बाहिनी साहिब गुरुद्वारा में एक समारोह में शिरकत करने आई थीं, जिस दौरान मोटरसाइकिल सवार दो हमलावरों ने उन्हें गोली मारी।
घटना की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमलावरों ने एक रिवॉल्वर से उन पर नजदीक से पांच गोलियां दागीं और फरार हो गए। उन्हें दो गोलियां लगीं।”
चांद कौर ने अपने पति की मौत के बाद उदय को नामधारी संप्रदाय का प्रमुख नियुक्त किया था और अपने बड़े भाई दलीप सिंह द्वारा इसके विरोध को दरकिनार कर दिया था।
हालिया वर्षो में शीर्ष दो नेताओं पर हमलों के मद्देनजर, संप्रदाय नेतृत्व को खतरों के बावजूद उन्होंने सुरक्षाकर्मी लेने से इंकार कर दिया था।
नामधारी सिख धर्म का एक संप्रदाय है, लेकिन वह अपने सिद्धांतों का पालन करता है। नामधारी सिख एक अलग तरीके के सफेद वस्त्रों के साथ खास सफेद पगड़ी से पहचाने जाते हैं।