Tuesday , 14 May 2024

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जल समाधि से फैलता है प्रदूषण-श्रीश्री रविशंकर

जल समाधि से फैलता है प्रदूषण-श्रीश्री रविशंकर

आर्ट आॅफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने अफजल को फांसी देने के फैसले पर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक बार सभी अपराधियों को सुधरने का मौका अवश्य देना चाहिए, ले ...

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उपनिषदें : यानी भारत का सर्वश्रेष्ठ दार्शनिक साहित्य

उपनिषदें : यानी भारत का सर्वश्रेष्ठ दार्शनिक साहित्य

क्या है उपनिषद शब्द का अर्थ? वेद का अर्थ है अनुभूति या ज्ञान यानी वैदिक मंत्रों में देवताओं की अनुभूति के आधार पर कल्पना है और फिर उन देवताओं की स्तुतियों में विराट वैदिक साहित्य ...

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होलिका दहन हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख त्योहार

होलिका दहन हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख त्योहार

होलिका  दहन हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख त्योहार होली पर्व से एक दिन पूर्व किया जाता है... होलिका दहन का तात्पर्य है बूरे कर्मों का नाश और सत्कर्म की विजय... ऐसी मान्यता है कि इसी दि ...

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नूरजहाँ हो गयी इत्र…

नूरजहाँ हो गयी इत्र…

रोगी, जोगी, भोगी कोई नहीं बच सका इत्र की खुशबू से. हमेशा से सभी को इत्र मोहती रही. नवाबो , ज़मीदारों के हमाम में भी इत्र ने अपनी जगह बनायी, तो गरीबों के घरों में विशेष मौको का एहस ...

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क्यों खोल था शिव ने अपने तीसरा नेत्र

क्यों खोल था शिव ने अपने तीसरा नेत्र

रामचरित मानस के अनुसार तारका नाम का एक असुर हुआ उसने सभी देवताओं को हराकर तीनों लोकों को जीत लिया। वह अमर था। इसीलिए देवता उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकते थे। आखिर में सभी देवता उसके आत ...

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जीवन एक यात्रा है

जीवन एक यात्रा है

जीवन एक यात्रा है। शरीर का अंत हो जाता है, लेकिन आत्म तत्व का नहीं। आत्म तत्व प्रत्येक जन्म में अपनी यात्रा करता है। नई काया, नए माता-पिता, नई जगह व नए नाम और पूर्व संस्कारों से प ...

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सिद्ध हो रही मंत्रों की वैज्ञानिकता

सिद्ध हो रही मंत्रों की वैज्ञानिकता

मंत्र को आध्यात्मिक शक्ति का सबसे प्रमुख स्रोत माना जाता है। हिंदू , मुस्लिम, सिख, जैन धर्मों में मंत्रशक्ति को मान्यता है कि मंत्र से न केवल व्यक्तिगत कार्यो में सिद्धी प्राप्त ह ...

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कर्त्तव्य का निर्वाह

कर्त्तव्य का निर्वाह

हमारी बुद्धिमत्ता इसी में है कि हम स्वयं शांतिपूर्वक जिएं और दूसरों को सुखपूर्वक जीने दें. यह सब नियंत्रण की नीति अपनाने से ही संभव हो सकता है. कर्त्तव्य और धर्म का अंकुश परमात्मा ...

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संस्कृति के केन्द्र ‘तपोवन’

संस्कृति के केन्द्र ‘तपोवन’

शैलेन्द्र सिंह ( भोपाल )--भारत के बारे में हमारी समझ तब तक अधूरी रहने वाली है जब तक हम इस देश में विकसित वन संस्कृति के बारे में अपना पूरा परिचय नहीं पा लेते। जो लोग भारत की पुरान ...

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चंचलता मन का स्वभाव है

चंचलता मन का स्वभाव है

चंचलता मन का स्वभाव है। मन की कार्यशैली के अंतर्गत हम विचारों के घोड़ों पर सवार होकर कभी अतीत तो कभी भविष्य की ओर यात्रा करते रहते हैं। इस बात की परवाह किए बगैर कि भूतकाल जा चुका ...

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